UP: लखनऊ के केडी सिंह बाबू स्टेडियम में शनिवार को सांसद खेल महाकुंभ की शुरुआत जोरदार अंदाज में हुई। रक्षामंत्री और लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह ने इसका उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से देशभर के सांसद अपने-अपने क्षेत्रों में खेल प्रतियोगिताएं आयोजित कर रहे हैं, जिससे समाज के विकास को एक नई दिशा मिल रही है। अब लखनऊ भी इस अभियान का हिस्सा बन चुका है।
खेलों की अहमियत पर जोर:-
रक्षामंत्री ने कहा कि किसी भी समाज की प्रगति के लिए खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा देना बहुत जरूरी है। लखनऊ की खेल संस्कृति का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह शहर हमेशा से खेलों के लिए प्रसिद्ध रहा है। हॉकी के दिग्गज केडी सिंह बाबू और मेजर ध्यानचंद जैसे खिलाड़ियों ने लखनऊ की खेल विरासत को समृद्ध किया है। उनके बेटे अशोक कुमार और ओलंपियन जमन लाल शर्मा भी इसी धरती से जुड़े रहे हैं।
खेल महाकुंभ बना लखनऊ के स्पोर्टिंग कैलेंडर का हिस्सा:-
उन्होंने याद किया कि पहले इस स्टेडियम में ‘शीशमहल ट्रॉफी’ के अंतर्गत क्रिकेट टूर्नामेंट होते थे, जिसमें टीम इंडिया के बड़े खिलाड़ी खेला करते थे। अब यह सांसद खेल महाकुंभ लखनऊ की खेल परंपरा में एक नया अध्याय जोड़ रहा है। राजनाथ सिंह ने बताया कि खेलो इंडिया योजना के तहत तीन हजार से ज्यादा खिलाड़ियों को हर महीने 50,000 रुपये की सहायता दी जा रही है। इससे उन्हें बेहतर प्रशिक्षण, पोषण, उपकरण और अन्य जरूरी सुविधाएं मिल रही हैं। हजारों युवा इस समय जमीनी स्तर पर खेलो इंडिया केंद्रों में प्रशिक्षण ले रहे हैं।
ओलंपिक और नेशनल गेम्स की भी बात:-
उन्होंने कहा कि भारत सरकार 2026 के ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए गुजरात में आयोजन की योजना बना रही है। साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में नेशनल गेम्स आयोजित कराने का भी आग्रह किया, क्योंकि यह आयोजन उत्तर प्रदेश में कई दशक पहले हुआ था। समारोह के अंत में रक्षामंत्री ने सभी खिलाड़ियों को खेल भावना से खेलने की शपथ दिलाई और बेहतर प्रदर्शन की शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर मलखंब, कलारीपयट्टू और योग का भी शानदार प्रदर्शन हुआ, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा।