लखनऊ। हाल में हुई बारिश से मच्छरों का खतरा भी अब बढ़ रहा है। लिहाजा, डीजी हेल्थ डॉ डीएस नेगी ने सभी जनपदों के सीएमओ को डेंगू-मलेरिया से निपटने के लिए व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। लखनऊ के सीएमओ डॉ संजय भटनागर ने भी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया है। सभी अस्पतालों को डेंगू वार्ड बनाने के निर्देश दिए गए हैं। नगरीय मलेरिया अधिकारी डॉ. केपी त्रिपाठी के मुताबिक, सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर 10 बेड का डेंगू वार्ड बनाना है। जिला अस्पतालों को 30 बेड डेंगू के लिए रिजर्व रखने हैं। ऐसे में सामुदायिक केंद्रों पर करीब 190 बेड रिजर्व हो जाएंगे। जिला अस्पतालों और चिकित्सा संस्थानों में 240 बेड हो जाएंगे।
डेंगू के आशंका को देखते हुए बुधवार को राजधानी के फैजुल्लागंज के श्याम विहार कॉलोनी, गौरभीट, प्रीति नगर ,कृष्ण लोक कॉलोनी सहित कई कालोनियों में मलेरिया विभाग की टीम और स्थानीय सामाजिक संगठन, बाल महिला संगठन के लोगों की मौजूदगी में डेंगू से बचाव के लिए एंटीलार्वा का छिड़काव किया गया। बाल महिला सेवा संगठन के अध्यक्ष ममता त्रिपाठी ने बताया कि जगह-जगह जलभराव को लेकर मलेरिया विभाग को सूचित किया गया था। जलभराव के वाले जगह के आसपास रहने वाले लोगों को मच्छर काटने से बुखार हो रहा है और लोग बीमार पड़ रहे हैं। जिसको संज्ञान में लेते हुए मलेरिया विभाग ने जगह-जगह एंटीलार्वा का छिड़काव किया।
डेंगू के लक्षण
- तेज बुखार,
- सिर और मांसपेशियों -जोड़ों में दर्द,
- आंखों के पिछले हिस्से में दर्द,
- कमजोरी लगना,
- भूख न लगना, मरीज का जी मिचलाना,
- चेहरे, गर्दन, चेस्ट पर लाल-गुलाबी रंग के रैशेज पड़ना,
- डेंगू हेमरेजिक में नाक, मुंह, मसूड़े व मल मार्ग से खून आना,
- डेंगू शॉक सिंड्रोम में ब्लडप्रेश लो होना बेहोशी होना और शरीर में प्लेटलेट्स लगातार कम होने लगना,
ऐसे करें डेंगू से बचाव
- घर और आस-पास पानी को जमा न होने दें,
- कूलर, बाथरूम, किचन में जलभराव पर ध्यान दें,
- एकत्र पानी में मच्छर का लार्वा नष्ट करने का तेल स्प्रे करें,
- एसी की पानी टपकने वाली ट्रे को रोज साफ करें,
- घर में रखे गमले में पानी जमा न होने दें,
- छत पर टूटे-फूटे डिब्बे, टायर, बर्तन, बोतलें आदि न रखें,
- पक्षियों को दाना-पानी देने के बर्तन को रोज साफ करें,
- शरीर को पूरी तरह ढकने वाले कपड़े पहनें,
- बच्चों को फुल पेंट व पूरी बाजू की शर्ट पहनाएं,
- संभव हो तो मच्छरदानी लगाकर सोएं,
खानपान का रखें ध्यान
बुखार में आहार का ध्यान रखें। हरी सब्जियां, फलों के साथ सुपाच्य भोजन करें। तरल चीजें खूब पिएं। पानी सूप, दूध, छाछ, नारियल पानी, ओआरएस का घोल, जूस, शिकंजी आदि लें। बासी व तैलीय खाना न खाएं।https://gknewslive.com