लखनऊ। आज के इस हाईटेक युग में जहां तकनीक कहां से कहां पहुंच रही है वही उपखंड अधिकारी विद्युत उन्नाव एवं अवर अभियंता की सांठगांठ से एक ही पोल से लगभग डेढ़ सौ मीटर की लंबी दूरी तक तार बगैर खंभों के झूल रहे हैं। ज्यादातर तार मकानों के पिलर के सहारे हैं या फिर सड़क के बीचो-बीच बिजली बिछे हैं। इस संबंध में पीड़ित मोहल्ला वासियों ने संबंधित अधिकारियों को कई बार अवगत कराया लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात जैसा ही निकला।
यह समस्या नगर पालिका उन्नाव के वार्ड नंबर 26 केसरी खेड़ा मोहल्ला के दक्षिण ओर की बस्ती की है जिसका निर्माण तकरीबन 15 वर्ष पूर्व हुआ था लेकिन बिजली विभाग की हठधर्मिता और मनमानी के चलते यह आज भी उपेक्षित है। मोहल्लेमें जिन बिजली के तारों से आपूर्ति की गई है उसके लिए कोई भी बिजली का खंबा नहीं है नतीजतन बिजली के तार या तो निजी मकानों के पिलर में बंधे हैं या फिर सड़क के बीचो बीच खुले में पड़े हुए हैं। जिसकी वजह से कोई भी बड़ी घटना कभी भी घटित हो सकती हैं।
वार्ड नंबर 26 किशोरी खेड़ा दक्षिण ओर के अनिल, नीरज तिवारी ,विद्यावती, राम प्रसाद, राम मिलन, संजय तिवारी, रजना आदि ने बताया कि यहां पर कई जानवर बिजली के तारों की चपेट में आकर अपने प्राण गवा चुके हैं। यदि समय रहते बिजली तारों के समुचित व्यवस्था ना हुई तो कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।