लखनऊ: यूपी एटीएस ने धर्मांतरण की मुहिम चलाने वाले दो मौलाना मोहम्मद उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहांगीर को लखनऊ से गिरफ्तार किया है। दोनों दिल्ली के जामिया नगर इलाके के रहने वाले हैं। आरोप है कि इन्होंने पिछले डेढ़ साल के दौरान नौकरी, शादी और पैसे का लालच देकर देशभर में 1000 से ज्यादा लोगों का धर्म बदलवाया। एटीएस के इस खुलासे के बाद पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया है। योगी ने सभी आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगाने का आदेश दिया है।
धर्मांतरण कराने वालों की सम्पत्ति जब्त होगी, लगेगा रासुका: मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी महाराज pic.twitter.com/uyNiXIPsJN
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) June 23, 2021
उत्तर प्रदेश सीएम योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिए हैं कि जिन लोगों को लालच देकर या जबरन धर्म परिवर्तन कराने के मामले में एटीएस ने गिरफ्तार किया है उनके ऊपर एनएसए लगाया जाए। इसके अलावा योगी ने सभी आरोपियों की संपत्ति जब्त करने के आदेश भी दिए हैं।
ऐसे पकड़े गए आरोपी
इस केस की जांच 2 जून को गाजियाबाद के मसूरी पुलिस ने शुरू की थी। डासना देवी मंदिर में घुसने के मामले में सेवादारों ने विपुल विजयवर्गीय और उसके साले कासिफ को पकड़ कर पुलिस को सौंपा था। उसके पास से कुछ सर्जिकल ब्लेड बरामद हुए थे। हालांकि उसके संबंध में सामने आया था कि वह कप थैरेपी से जुड़े हुए थे। मामला सुरक्षा से जुड़ा होने के कारण एटीएम की टीम ने दोनों से पूछताछ की तो इस मामले में विपुल का धर्म परिवर्तन करने और उसके बाद कासिम की बहन से शादी की बात सामने आई थी।