रायबरेली: 69 हजार शिक्षक भर्ती में चयनित अभ्यर्थियों द्वारा आवेदन के दौरान ऑनलाइन फीडिंग में गलत अंक भरना भारी पड़ गया। नियुक्ति मिलने के बाद मामला सामने आया तो विभागीय अफसरों के होश उड़ गए। प्रकरण तूल पकड़ने लगा तो ऐसे 10 नवनियुक्ति शिक्षकों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा। बीएसए ने नियुक्ति निरस्त करते हुए वेतन मद में किए गए भुगतान की राशि वसूलने के आदेश दिए हैं। उक्त शिक्षक भर्ती के तहत छह सौ से अधिक महिला-पुरुष शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी। काउंसिलिंग के दौरान ही कुछ अभ्यर्थियों के शैक्षणिक प्रमाणपत्र के अंक ऑनलाइन आवेदन में फीड अंक से भिन्न मिले थे।मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में लाया गया।
उक्त शिक्षक भर्ती के तहत छह सौ से अधिक महिला-पुरुष शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी। काउंसिलिंग के दौरान ही कुछ अभ्यर्थियों के शैक्षणिक प्रमाणपत्र के अंक ऑनलाइन आवेदन में फीड अंक से भिन्न मिले थे। मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में लाया गया। इसके बावजूद चयनित अभ्यर्थियों को शैक्षणिक अंकपत्र में दर्ज अंकों के भारांक के अनुसार मेरिट में नाम आने के आधार पर नियुक्ति पत्र दे दिया गया। बाद में पांच मार्च को शासन से पत्र भेजा गया। इसमें ऐसे सभी नवनियुक्त शिक्षकों की नियुक्ति निरस्त करने के आदेश दिए गए। विभागीय स्तर पर पड़ताल कराई गई। इसमें अलग-अलग ब्लॉकों में तैनात 10 शिक्षक मिले। बीएसए ने त्वरित कार्रवाई करते हुए नियुक्ति को निरस्त कर दिया।