लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सरकारी प्राइमरी अपर प्राइमरी स्कूलों में चल रही 69,000 सहायक अध्यापक भर्ती प्रक्रिया में विवाद के बीच सोमवार को नियुक्ति पत्र जारी किए जाने पर रोक लगा दी गई है। इस संबंध में नई तारीख और समय बाद में जारी किया जाएगा। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद प्रताप सिंह बघेल की ओर से इस संबंध में पत्र जारी किया गया। पत्र में स्पष्ट किया गया है कि 28 और 29 जून को तीसरे चरण की काउंसलिंग कराई जाएगी।

यूपी में 69,000 सहायक अध्यापक भर्ती के दो चरणों की काउंसलिंग की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। विवादों के बीच बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से सोमवार को तीसरे चरण की काउंसलिंग शुरू की गई है। इस काउंसलिंग के माध्यम से करीब 6600 पद भरे जाने हैं। इनमें, 6696 पदों में अनारक्षित श्रेणी के 2833 पद हैं। 576 अभ्यर्थी अनारक्षित श्रेणी में शामिल हैं। एसटी के रिक्त 1133 पदों को एसटी से भरा गया है। एसटी के रिक्त 1128 एवं अनुसूचित जनजाति के 1164 कुल 2292 पद पर एसटी का चयन किया गया है। 6696 पदों में 2425 पद महिला, 13 शिक्षामित्र एवं 1208 दिव्यांग अभ्यर्थी चुने गए हैं।

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लगातार उठ रहे हैं विवाद
प्रदेश में 69,000 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया लगातार विवादों में है। पहले दो चरणों में बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों को चयन प्रक्रिया से ही बाहर कर दिया गया है। इनमें कई अभ्यर्थी ऐसे हैं जिनके आवेदन में त्रुटि सामने आई। इसको लेकर अभ्यर्थियों की ओर से आपत्तियां भी दर्ज कराई गईं, लेकिन उन्हें प्रक्रिया से बाहर कर दिया गया। पुनर्मूल्यांकन में 103 लोग उत्तीर्ण घोषित हुए जिनका रिजल्ट याचिका 6420 /2019 नरेंद्र कुमार चतुर्वेदी बनाम अन्य के आदेश के आधार पर घोषित हुआ। इसमें कहा गया था कि रिजल्ट देने के 4 सप्ताह के अंदर नियुक्ति पत्र दिया जाना चाहिए, जो कि अभी तक नहीं दिया गया, जबकि रिजल्ट 18 सितंबर 2020 को आया। 4 सप्ताह कब के पूरे हो गए सरकार ने इसमें खुद हलफनामा भी दिया था, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। अभ्यर्थियों में इसको लेकर काफी नाराजगी है।https://gknewslive.com

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