लखनऊ: शादी के लिए जबरन धर्म परिवर्तन को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने गलत बताया है। कोर्ट ने ऐसी शादियों पर गहरी चिंता जाहिर की है जो सिर्फ धर्म परिवर्तन के लिए हो रही हैं। कोर्ट ने जोधा-अकबर का उदाहरण देते हुए कहा कि अलग-अलग धर्मों के दो लोगों की शादियों में भी सम्मान होता है। यह हमें जोधा-अकबर से सीखना चाहिए। अकबर ने कभी भी जोधाबाई का धर्म परिवर्तन नहीं कराया। दोनों ने एक दूसरे के धर्म और पूजा पद्धति का सम्मान किया।
कोर्ट ने कहा कि इस तरह के गैरजरूरी धर्मांतरण से बचना चाहिए। इसके लिए जोधा-अकबर से सबक लेना चाहिए। दोनों की शादी में कभी भी धर्म आड़े नहीं आया। कोर्ट ने कहा कि जोधा-अकबर का रिश्ता दो धर्मों के लोगों के बीच शादी का एक सबसे बेहतरीन उदाहरण है.