लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 से पहले योगी सरकार रिजर्वेशन को लेकर बड़ा फैसला लेने की तैयारी में है। राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग यूपी की 39 जातियों को अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल करने की प्लानिंग कर रहा है। यह जानकारी यूपी पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष जसवंत सैनी ने मीड़िया को दी है। उन्होंने कहा कि आयोग इस बारे में जल्द ही राज्य सरकार को रिकमेंडटेशन भेजेगा। 39 जातियों को जल्द ही ओबीसी में शामिल करने की योजना है।
यूपी पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष जसवंत सैनी ने बताया कि रिप्रेजेंटेशन के आधार पर जातियों का सर्वे किया जा रहा है। अब तक 24 जातियों का सर्वे किया जा चुका है। सिर्फ 15 का ही बाकी बचा है। उन्होंने बताया कि एजुकेशन, पॉपुलेशन और आर्थिक आधार समेत 35 पॉइंट्स पर सर्वे किया जाता है। उन्होंने बताया कि राज्य पिछड़ा आयोग सरकार को अपनी रिकमेंडटेशन भेजेगा। सरकार ही इस पर आखिरी फैसला लेगी।
मीडिया में चल रही खबर के मुताबिक ओबीसी में शामिल होने वाली 39 जातियों में दोसर वैश्य, अग्रहरि, भूर्तिया, जैसवार राजपूत, रूहेलास मुस्लिम कायस्थ, मुस्लिम शाह, हिंदू कायस्थ, कमलापुरी वैश्य, बर्नवाल, कोर क्षत्रिय, अयोध्यावासी वैश्य, माहौर वैश्य, हिंदू भाट, भट्ट, गोरिया, बोट, पंवरिया, नोवाना, उमरिया, मुस्लिम भाट शामिल हैं। अब खार राजपूत, विश्नोई, पोरवाल, कुंदेर खरादी, पुरूवार, बिनौधिया वैश्य, समनमाननीय वैश्य, गधईया, गुलहरे वैश्य, राधेड़ी, पिठबज आदि जातियों का भी सर्वे किया जाना है।
यूपी विधानसभा चुनाव से पहले योगी सरकार जनता को लुभाने के लिए कोई भी मौका हाथ से जाने देना नहीं चाहती है। हर जाति और वर्ग पर सरकार का फोकस है। काफी समय से कई जातियां खुद को ओबीसी में शामिल करने की मांग करती रही हैं। अब योगी सरकार खुद जाति आरक्षण को लेकर बड़ा फैसला लेने जा रही है। जल्द ही 39 जातियों को ओबीसी में शामिल किया जा सकता है!