नर तन में ही हरि आते हैं लेकिन वक़्त के महापुरुष को लोग पहचान नहीं पाते: बाबा उमाकांत जी महाराज
धर्म कर्म: इतिहास गवाह है, जैसे पहले के महात्माओं को उनके समकालीन लोग पहचान नहीं पाए, उनसे लाभ नहीं ले पाए और मौक़ा चूक गए ऐसे ही इस समय के…
धर्म कर्म: इतिहास गवाह है, जैसे पहले के महात्माओं को उनके समकालीन लोग पहचान नहीं पाए, उनसे लाभ नहीं ले पाए और मौक़ा चूक गए ऐसे ही इस समय के…
धर्म कर्म; केवल किताबों को पढ़ने से नहीं बल्कि प्रैक्टिकल करने से फायदा होगा, तो धार्मिक ग्रंथों में जिस आध्यात्मिक विद्या का इशारा किया गया है, उसे देने वाले, उसका…