नशामुक्त व्यक्ति मुसीबत के समय दस बार जयगुरुदेव नाम बोलेगा तो सहारा मिल जाएगा: संत उमाकांत जी महाराज
धर्म कर्म: परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज ने कहा कि दो तरह के नाम होते हैं; वर्णात्मक और ध्वन्यात्मक। वर्णात्मक नाम उसको कहते हैं जो लिखा, पढ़ा और बोला…