LUCKNOW: लखनऊ के अलीगंज इलाके का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें कुछ पुलिसकर्मी दो युवकों की पिटाई करते नजर आ रहे हैं। घटना 28 दिन पुरानी बताई जा रही है। अरुण सिंह का आरोप है कि पुलिस ने अपने बचाव में तथ्यों को छुपाकर आयुष और आदेश के ऊपर हत्या का आरोप मढ़ दिया, जबकि सुमित की मौत पुलिस की मार से हुई है। कंचन पुरम, त्रिवेणी नगर के रहने वाले अरुण कुमार सिंह ने मानवाधिकार में इसकी शिकायत भी की है।
ये है मामला
15 जुलाई को सुमित अपने साथी के साथ अरुण सिंह के घर पहुंचा। सुमित उस समय शराब के नशे में था। उसने अरुण सिंह की पत्नी से कहा कि तुम्हारे लड़के आदेश को हम जान से मार देंगे और गंदी-गंदी गाली देते हुए चला गया। अरुण सिंह के घर पर 16 जुलाई को दो बार सुमित आया। घर पर अरुण की पत्नी चित्रावती थीं। उन्हें घर के अंदर घुस कर धमकाया। सुमित के हाथ में असलहा था और उसके साथ एक लड़का भी था। उसी दिन देर रात आयुष, आदेश, सुमित और उसके एक अन्य साथी से आमना-सामना हो गया। दोनों पक्षों में मारपीट होने लगी। अरुण सिंह का कहना है कि घटनास्थल पर वह मौजूद थे।