लखनऊ। शाकाहार, सदाचार और नशामुक्त समाज के निर्माण का सन्देश देने वाले उज्जैन के पूज्य संत बाबा उमाकान्त जी महाराज ने जन्माष्टमी के अवसर पर 30 अगस्त 2021 को जोधपुर आश्रम से देश और दुनियां में फैले अपने भक्तों से आह्वान किया कि सभी प्रेमी शरद पूर्णिमा तक जिन जगहों पर गुरु पूर्णिमा पूजन, जयगुरुदेव नामध्वनि, शाकाहारी, नशामुक्ति का ठीक से प्रचार नहीं हुआ है, वहाँ जाकर प्रचार कर दो। भाव से लेने वालों को प्रसाद और रक्षा सूत्र दे दो। नामध्वनी के लिए सबको मनाओ। कोई जोर-जबर्दस्ती नहीं है।
किन्ही कारणों से कुछ जगहों पर नहीं हो पाया, वहां करो
देखो प्रेमियों गुरु पूर्णिमा में सबको आदेश हुआ था कि गांव-गांव में गुरु पूजन हो जाए तो कुछ जगहों पर तो बहुत तेजी से चला कुछ जगहों पर तो ढिलाई रही। जो भी परिस्थितियां रही यह मैं नहीं कह सकता हूं लेकिन किया सब लोगों ने। हम आलोचना-बुराई भी नहीं करते हैं। जो भी परिस्थियां रही होंगी, मौसम खराब रहा नहीं कर पाए, कि कोरोना ज्यादा थी या जो भी समस्या रही हो, न मालूम हो पाया हो कैसे करना है या मन मुखता ही रही हो- यह नहीं कह सकता हूं लेकिन कहीं-कहीं पर नहीं हुआ।
अध्यन करो कि कैसे छूटी जगहों पर पूजन करोगे
फिर आदेश दे दिया गया सब जगह पर करा दो। एक महीना का टाइम दे दिया गया। जो भादो की पूर्णिमा आएगी सब जगह पर कर दो जहां-जहां संगते हैं। जिन प्रदेशों की संगते अपनी बहुत कम हैं या परिस्थितियों के बारे में जानकारी आपको नहीं है, फिर उसमें अध्ययन करना शुरू कर दो कि वहां पर कैसे नाम ध्वनि हो जाए, गुरु महाराज का नाम पहुंच जाए। सब जगह पर हर गांव में परिस्थिति का अध्ययन करके शरद पूर्णिमा तक वहां भी पूरा कर दो।
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हर गांव-प्रदेशों में पहुंचने की कोशिश करो, जहां लोग नहीं पहुच पाते जब वहां आप जाओगे तब आपकी कीमत बढ़ेगी
आज जन्माष्टमी पर यह आदेश दिया जा रहा है कि आप शरद पूर्णिमा तक उन प्रदेशों में भी पहुंचने की कोशिश करो, गांव-गांव में, जहां पर अपनी संगते कम है। कई परिस्थितियां रही हैं, जहां पर भाषा अपनी नहीं समझते हैं, भौगोलिक स्थिति भी प्रेमियों के अनुकूल नहीं रही है, ज्यादा प्रचार नहीं हो पाया लेकिन जो काम नहीं हुआ वह काम अब आपको करना है तभी तो आप की कीमत बढ़ेगी, नाम तो तभी आपका होगा। जहां पर नहीं हुआ जो नहीं कर पा रहे हैं, जब वहां आप करोगे तभी तो नाम-काम आपका होगा। इसलिए उसकी भी योजना आप बना लो।
रक्षा सूत्र, प्रसाद कोई भाव से ले तो दो लेकिन नाम ध्वनि के लिए सबको मनाओ
प्रेमियों जो प्रसाद, रक्षा सूत्र भाव से लेना चाहे उन्हीं को दो, जोर-जबरदस्ती नहीं है। लेकिन नाम ध्वनि के लिये सबको मनाओ कि जयगुरुदेव नाम परमात्मा का नाम है। परमात्मा की पूरी शक्ति इस नाम मे भरी हुई है। यकीन करो ये खुदा भगवान गॉड का ही नाम है। विश्वास करके एक बार नाम ध्वनि बोल करके देख लो। नहीं कोई अगर एक घंटा सुबह शाम बोलता है तो आदत डालो, सोने से पहले थोड़ी देर बोल करके सो जाओ, उठो सुबह तब थोड़ी देर बोल लो, कहीं जाना हो जयगुरुदेव नाम की ध्वनि बोल करके घर से निकलो, कुछ दिन तक करके देख लो। शाकाहारी नशामुक्त रहकर के फायदा हो तो बोलो नहीं तो कोई जबरदस्ती नहीं है। ऐसे समझा दो प्रेमियों लोगों को।https://gknewslive.com