लखनऊ। एक बेसहारा बेवा की मदद करना एक परिवार को महंगा पड़ गया। भोजन बनाने में मदद करने से गुस्साए आरोपियों ने ईंट-पत्थर चलाकर पड़ोसी को मौत के घात उतार दिया। तरयासुजान थाना के हफुआ चतुर्भुज में हुए इस जानलेवा हमले में मृतक के परिवार की दो और महिलाएं घायल हो गईं है। सुचना पर पहुंची पुलिस ने मृतक की पत्नी की तहरीर पर एक महिला समेत चार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।जबकि एक आरोपी फरार है। बताया जाता है कि मृतक सात सदस्यीय परिवार का इकलौता कमाने वाला था। उसकी मौत से पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।

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दरअसल, बेवा तसिहन का भोजन हजरत रोज घर से आता था। शनिवार को बारिश की वजह से भोजन नहीं आ सका। जब तसिहन को भूख बर्दाश्त नहीं हुई तो उसने पड़ोस की नूरजहां को गैस जलाने के लिए आवाज दी। बेसहारा समझकर नूरजहां की बच्चियों ने न केवल गैस जला दी बल्कि कुछ खाने को देते हुए भोजन बनाने में मदद भी कर दी। बस यही बात हजरत की पत्नी नूरनेशा को नागवार गुजरी। आरोप है कि वह नूरजहां और बच्चियों को भद्दी- भद्दी गालियां देने लगी। नूरजहां और उसके पति हैदर के ऐतराज करने पर हजरत और उसके परिवार वाले मारपीट करने लगे। खूब ईट-पत्थर चलाये। इससे हैदर और घर की दो महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गईं। हैदर को सीएचसी ले जाया गया जहां से डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। हालत बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल से मेडिकल कॉलेज गोरखपुर भेज दिया गया। वहां हैदर की मौत हो गई। मृतक हैदर अली सात सदस्यीय कुनबे का भरण-पोषण करने वाला इकलौता शख्स था। तरयासुजान पुलिस ने हैदर का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतक की पत्नी नूरजहां की तहरीर पर पुलिस ने हजरत अली, नूरनेशा, तुफानी और अब्बास पर केस दर्ज कर लिया है। नूरनेशा के अलावा तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है। गांव में पुलिस तैनात कर दी गई है।https://gknewslive.com

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