लखनऊ। उन्नाव जिले के पुरवा कस्बे के बजरंग रामलीला समिति कस्टोलवा द्वारा संचालित रामलीला का आज समापन हुआ। इस तीन दिवसीय रामलीला में छोटे-छोटे अपने सुन्दर अभिनय द्वारा लोगो का मन मोह लिया।
बता दें कि लगभग 40 वर्षो से शारदीय नवरात्र के प्रथम दिवस से बजरंग रामलीला समिति द्वारा तीन दिवसीय रामलीला का आयोजन होता आ रहा है। पुरवा तहसील की सबसे पुरानी रामलीला है। जिसमे मोहल्ले के छोटे-छोटे बच्चों द्वारा सुन्दर चित्रण किया जाता रहा है। समिति के अध्यक्ष महेन्द्र शंकर शुक्ल ने बताया कि यह रामलीला लगभग चालीस साल से अनवरत लीला का मंचन होता आ रहा है। इधर कोरोना के कारण एक साल बाधित रहा, लेकिन बालाजी महाराज की दया से रामलीला का पुनः मंचन चालू गया। वही प्रबंधक मदन पाण्डेय ने बताया कि शरदीय नवरात्र शुरू होने के पहले ही रिहर्सल शुरू हो जाता है। जिसमे मोहल्ले के छोटे-छोटे बच्चे भाग लेते है और अपने अपने किरदार बाखूबी निभाते है। बजरंग रामलीला समिति मे दिवाकर शुक्ला, बब्बू बाजपेयी, गुडडू पाण्डेय , रामसनेही , रामजी शुक्ला,महेन्द्र शंकर शुक्ला, विनोद शुक्ला,संंजय अवस्थी, बालशंकर त्रिपाठी, सुधीर बाजपेयी सहित तमाम लोगो ने लीला का आन्नद उठाया।