लखनऊ : बिजली चोरी के नाम पर जेई और लाइनमैनों की मनमानी लगातार बढ़ती ही जा रही है। जेई और उनके कुछ मुंहलगे लाइनमैन पुराने लखनऊ की गलियों में घूम कर बिजली चोरी करने का आरोप लगाकर उपभोक्ताओं से अवैध वसूली करने में लिप्त हैं। दिलचस्प तो यह है कि इन लोगों को अधिशाषी अभियंता का भी समर्थन प्राप्त है। तभी इन पर कोई कार्रवाई नहीं होती और ये खुलेआम आम उपभोक्ताओं को प्रताड़ित करते रहते हैं।
ताजा मामला नूरबाड़ी उपकेन्द्र के अंतर्गत आने वाली हड्डी वाली गली का है। यहाँ मकान नंबर 359/36 में रहने वाली 74 वर्षीय वृद्धा निर्मला निगम इन दिनों काफी परेशान हैं। कारण यह कि बिजली विभाग ने उन्हें 85,529 रुपए वसूली का नोटिस थमा दिया है। इसमें उन पर कटिया से बिजली चोरी करने का आरोप लगाया गया है। नोटिस मिलने के बाद से निर्मला निगम डिप्रेशन में आ गयी हैं। दरअसल, निर्मला निगम के घर में 2 किलोवाट का बिजली कनेक्शन करीब 50 साल पुराना है, जो उनके ससुर स्वर्गीय सुखदेव प्रसाद के नाम पर है। पिछली 12 जनवरी को निर्मला निगम के पति का भी निधन हो चुका है। अब वह घर में अपने बड़े बेटे और बहू के साथ रहती हैं।
निर्मला निगम ने बताया कि वह 50 साल से भी अधिक समय से बिजली उपभोक्ता हैं और हमेशा समय पर बिल जमा करती हैं। उन्होंने बताया कि करीब 2 महीने पहले जेई अपने एक लाइनमैन के साथ आये थे। उन्होंने कहा था कि 10 हजार रुपए दो नहीं तो बिजली चोरी के जुर्म में फंसा दूंगा। निर्मला निगम ने आगे बताया कि जब उन्होंने जेई से उनका नाम पूछा तो उन्होंने कहा कि मेरा नाम प्रताप भार्गव है और मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। जेई के साथ आये लाइनमैन ने कहा कि उन्हें वसूली करके बड़े अफसरों की जेबें भरनी पड़ती हैं। जेई ने अपना मोबाइल नंबर भी बताया और जल्द से जल्द 10 हजार रुपए देने की बात कहकर चले गए। निर्मला ने बताया कि चूँकि उन्होंने कोई बिजली चोरी नहीं की थी इसलिए उन्हें डर भी नहीं था। लेकिन 13 अक्टूबर को बिजली विभाग के दो युवक नोटिस थमा कर चले गए। इस नोटिस में 77,529 रुपए का राजस्व निर्धारण और 8000 रुपए शमन शुल्क लगाया गया है।
इसके बाद परेशान निर्मला निगम अपनी बहू व पोते के साथ घंटा बेग गढ़िया स्थित बिजली उपकेन्द्र पर भी गयीं लेकिन वहां भी उनकी नहीं सुनी गयी। अब परेशान निर्मला निगम को समझ नहीं आ रहा है कि वह क्या करें। 74 बरस की इस उम्र में अधिकारियों के पास चक्कर लगाना भी उनके लिए संभव नहीं है।