लखनऊ। आगरा जिले के जगदीशपुरा थाना क्षेत्र में चोरी के आरोप में गिरफ्तार युवक की पुलिस हिरासत में मौत हो गई। पुलिस हिरासत में सफाई कर्मचारी अरूण की मौत पर सियासत तेज हो गई। इस मामले को लेकर सपा के मुखिया अखिलेश यादव और कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने पुलिस प्रशासन को घेर लिया और कांग्रेसी और सपाई दोनों पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गए, जिसके बाद सफाई कर्मचारियों और कांग्रेसियों में दोनों के बीच घमासान मच गया और नौबत मारपीट तक आ गई। इस दौरान आक्रोशित भीड़ ने कांग्रेस जिलाध्यक्ष राघवेंद्र सिंह मीनू और उनकी टीम को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। किसी तरह मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने मामले पर काबू पाकर शांत कराया। लेकिन मामला यही तक थमा नहीं बल्कि कांग्रेस जिलाध्यक्ष राघवेंद्र सिंह मीनू का आरोप है कि बीजेपी के नेताओं ने मारपीट की है। सफाई कर्मचारियों से बातचीत के दौरान उनपर हमला किया गया। इस दौरान आगरा पुलिस की हिरासत में सफाई कर्मचारी अरुण की मौत के बाद कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के आगरा आने की सूचना पर उन्हें एक्सप्रेस-वे पर रोक लिया गया है।
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ये था मामला
दरअसल, बीते 16 अक्टूबर की रात को जगदीशपुरा थाना परिसर में पिछले दरवाजे और खिड़की को तोड़कर मालखाना में सेंध लगाई गई थी। मालखाना से 25 लाख रुपये की चोरी हुई थी। इसकी जानकारी 17 अक्टूबर की सुबह हुई थी, और आरोपी सफाईकर्मी की गिरफ़्तारी की गई। लेकिंन पुलिस हिरासत में आरोपी की मौत से पुलिस महकमा में खलबली मची गई। थाना की सुरक्षा में लापरवाही बरतने पर थाना प्रभारी निरीक्षक अनूप कुमार तिवारी समेत छह पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिए गए थे। साथ ही कई पुलिसकर्मियों की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है।https://gknewslive.com