प्रतापगढ़। केन्द्रीय काँग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य प्रमोद तिवारी तथा काँग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ‘मोना’ ने हाल ही में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सीडीएस जनरल विपिन रावत के साथ घायल हुए भारतीय सेना के जाबाज कैप्टन वरुण सिंह की शहादत पर गहरी संवेदना प्रकट की है। प्रमोद तिवारी तथा सीएलपी नेता आराधना मिश्रा ‘मोना’ ने कहा कि उत्तर प्रदेश के जनपद देवरिया की पवित्र माटी में जन्मे कैप्टन वरुण की शहादत गर्व के साथ देश के लिए एक और दुःखद क्षण है। वहीं प्रमोद तिवारी तथा आराधना मिश्रा ‘मोना’ ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र उर्फ टेनी द्वारा पत्रकारों के साथ किए गए दुर्व्यवहार की भी आलोचना करते हुए केन्द्रीय मन्त्रमंडल से उनके इस्तीफे की पुरजोर माँग उठायी।
प्रमोद तिवारी तथा आराधना मिश्रा ‘मोना’ ने कहा है कि अब तो एसआईटी की तहकीकात के बाद केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र का मंत्रिमंडल में बने रहना आजादी के बाद के समस्त परंपराओं का उल्लंघन है। काँग्रेस नेताद्वय ने कहा कि एसआईटी ने अदालत में अपना निष्कर्ष दाखिल कर दिया है कि किसानों की मृत्यु मात्र इस्तेफ़ाक नही बल्कि सोची – समझी हत्या की साजिश का गंभीर से गंभीरतम आपराधिक कृत्य है। बकौल प्रमोद तिवारी व विधायक मोना ने कहा है कि केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री ने बयान देकर कहा था कि मेरा पुत्र न तो घटना स्थल पर मौजूद था और न ही इसके कोई साक्ष्य है। प्रमोद तिवारी ने स्पष्ट कहा कि इस तरह केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र ने स्वयं भारतीय दंड संहिता की धारा 201 के तहत साक्ष्य मिटाने तथा छिपाने के भी दोषी है। प्रमोद तिवारी तथा काँग्रेस नेत्री आराधना मिश्रा ‘मोना’ ने कहा है कि अब केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के खिलाफ भी आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में जरा – सी भी नैतिकता बची हो तो फौरन गृह राज्यमंत्री का त्याग पत्र लेना चाहिए।