लखनऊ: विश्व विख्यात परम संत बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी, वर्तमान के मौजूदा पूज्य संत बाबा उमाकांत जी महाराज ने 21 दिसंबर 2021 को चित्रकूट म. प्र. में दिए व यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर प्रसारित संदेश में बताया कि प्रेमियों आपकी मदद करने के लिए गुरु महाराज तैयार हैं लेकिन आप अबोध बालक की तरह माया का बाजार में आप गुरु को भूल जाते हो, उनकी उंगली को छोड़ देते हो। अंतर में उनको अपना हाथ पकड़ा दो। एक बार हाथ पकड़ लेंगे फिर आपको नहीं छोड़ेंगे। ये कब होगा? जैसे रानी इंदुमती ने कबीर साहब से कहा कि एक बात आपकी हमेशा याद रखी कि

गुरु माथे पर राखीये, चलिए आज्ञा माहि।
कहे कबीर ता दास को, तीन लोक भय नाहि।।

सोचोगे कि गुरु सदैव हमारे सामने हैं, गुरु देख रहे हैं जो मैं कर रहा हूं, गुरु सुन रहे हैं जो मैं बोल रहा हूं। तब आप की बोली, खान-पान, चाल-चलन, विचार-भावना बदल जाएगी। इसलिए गुरु को मस्तक पर सवार रखो। मतलब गुरु के वचन, जो वो बोल कर गए, उनको याद रखो। जो गुरु महाराज के नाम दानी हो, लगातार सुमिरन ध्यान भजन करते रहो, दिखाई-सुनाई पड़े ना पड़े, आदेश का पालन तो करो, 2 घंटा बैठना शुरु तो करो।

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