वाराणसी : एक बार फिर चीनी मांझे ने ली मासूम की जान , मामला वाराणसी का है जहां 8 जनवरी को चीनी मांझे से एक व्यक्ती का गला और नाक कट गया जिसके बाद आज सुबह उसकी मौत हो गई । ओवैश अंसारी का मांझे से नाक और गला कट गया था जिसके बाद उन्हें बीएचयू स्थित ट्रॉमा सेंटर में कई टांके लगाए गए थे।
आज सुबह उनके टांके कटने थे पर उससे पहले ही उनकी मौत हो गई है । परिजनों ने बताया कि रात में उनके सीने में दर्द और सांस लेने में तकलीफ हुई थी। जब उन्हें अस्पताल लेकर गए तब तक उनकी मौत हो गई ।
अपर पुलिस आयुक्त, अपराध व मुख्यालय सुभाष चंद्र दुबे ने कहा कि प्रतिबंधित चीनी मांझे की बिक्री करने वालों को सीधे जेल भेजा जाएगा। इसके लिए सभी थानेदारों को निर्देशित किया गया है। यदि कहीं चोरी छिपे चीनी मांझे की बिक्री हो रही है तो उसकी जानकारी दे सकता है, उसका नाम गोपनीय रखा जाएगा।
क्यों खतरनाक होता है चीनी मांझा
चीनी मांझे को बनाने के लिए कई ऐसे तत्वों का प्रयोग किया जाता है जो इसे देसी मांझे के मुकाबले ज्यादा ज़्यादा मजबूत बनाता है ।
जानकारों के अनुसार, चीनी मांझा बनाने की लिए मैटेलिक पाउडर, नायलॉन, लोहे व कांच के चूरे का इस्तेमाल किया जाता है, इस वजह से इसमें खिंचाव ज्यादा होता है और यह आसानी से टूटता नहीं है। चीनी मांझे की कीमत भी देसी मांझे से कम होती है।
लेखिका – कीर्ति गुप्ता