उत्तर प्रदेश के नवाबगंज में एक दलित नाबालिग बच्ची के साथ शनिवार रात गैंगरेप के बाद बेरहमी से हत्या कर दी गई। बच्ची शौंच के लिए निकली थी। सुचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने टीमों के ज़रिये 12 घंटे के अंदर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में पुलिस अधीक्षक संतोष मिश्रा ने बताया कि इस घटना पर मुख्य आरोपी को नहीं पकड़ा जा सका था जिससे उसपर 25 हजार रुपये का इनाम रखा गया था। बरेली के नवाबगंज पुलिस और एसओजी की टीम सर्विलांस के सहयोग से उमरिया गांव के पास एक गन्ने के खेत मे छिपे आरोपियों की पुलिस टीम ने घेराबंदी कर ली जिसके बाद आरोपियों ने फायरिंग शुरू कर दी।
फायरिंग में रुपी महेश यादव घायल हो गया। उसके दाहिने पेअर में गोली लग गई जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं दूसरे आरोपी संजय को भी गिरफ्तार कर लिया गया। जबकि, अन्य आरोपी की तलाश में पुलिस जुटी हुई है। घटनास्थल पर मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि दरिंदगी के बाद गला दबाकर उसे मौत के घाट उतार दिया गया। पीड़िता शुक्रवार रात करीब साढ़े नौ बजे घर से शौच के लिए निकली थी। काफी समय बीत जाने के बाद जब वह घर नहीं लौटी तो परिजनो ने उसकी तलाश शुरू की। जिसके बाद घर से तकरीबन 150 मीटर की दूरी में उसका शव अर्धनग्न अवस्था में मिला।