लखनऊ। प्रदेश के आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन मंत्री डॉ0 दयाशंकर मिश्र ‘‘दयालु’’ की अध्यक्षता में आज योजना भवन स्थित सभागार में विभागीय समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उन्होंने आयुष विद्यालयों की समस्याओं पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि विद्यालयों के प्राचार्य व अन्य कर्मचारी अपने दायित्वों का निर्वहन कुशलतापूर्वक करते हुए जनहित को ध्यान में रखकर कार्य करें एवं कर्मचारियों की उपस्थिति को नियमित करते हुए बायोमैट्रिक्स अटेन्डेन्स प्रणाली लागू करें।
आयुष मंत्री ने इस अवसर पर ‘‘ऑपरेशन कायाकल्प’’ नाम से एक कार्ययोजना भी लांच की, जिसके तहत आयुष विभाग के अन्तर्गत आने वाले विद्यालयों की आधारिक संरचना में सुधार, आयुष अस्पतालों की सुविधाओं में विस्तार एवं अन्य सम्बंधित व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरूस्त किया जाना है। इसके लिए संस्थानों को 10 लाख रूपये आवंटित किये जाएंगे तथा इन कार्यों का 30 दिन की अवधि के बाद मूल्यांकन किया जायेगा।
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आयुष मंत्री ने कहा कि कॉलेजों के पुनरूद्धार का कार्य मितव्ययिता बरतते हुए करें। नई चीजों को खरीद कर अनावश्यक व्यय न करें, पुरानी चीजों में ही सुधार करने की कोशिश करें। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं के लिए वार्षिक टूर का भी प्रबंध करें ताकि उनके मस्तिष्क को वृहद आयाम मिल सके। इसके अलावा उन्होंने इन्टर्नशिप प्रोग्राम में सुधार के निर्देश भी दिये। उन्होंने कमीशनखोरी को रोकने के लिए सख्त निर्देश देते हुए कहा कि सरकार जीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रही है। सरकारी धन का सार्थक उपयोग होना चाहिए। कमीशनखोरी कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव आयुष समेत अन्य विभागीय अधिकारी भी उपस्थित थे।