लखनऊ: सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को नूपुर शर्मा की याचिका उस याचिका को खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने विवादास्पद टिप्पणी को लेकर कई राज्यों में उनके खिलाफ दर्ज सभी प्राथमिकी को जांच के लिए दिल्ली स्थानांतरित करने की मांग की थी। साथ ही, कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि आपकी वजह से पूरे देश में सांप्रदायिकता की आग भड़की। कोर्ट ने नूपुर शर्मा से अपने बयान के लिए पूरे देश से माफी मांगने के लिए भी कहा। इसको लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का बयान सामने आया है। उन्होंने यहां तक कह दिया कि नूपुर शर्मा को अशांति और सौहार्द बिगाड़ने की सजा भी मिलनी चाहिए।
‘सिर्फ मुख को नहीं शरीर को भी माफ़ी मांगनी चाहिए’
अखिलेश यादव ने ट्वीटर पर एक ट्वीट करते हुए लिखा, ”सिर्फ़ मुख को नहीं शरीर को भी माफ़ी मांगनी चाहिए और देश में अशांति और सौहार्द बिगाड़ने की सज़ा भी मिलनी चाहिए।” इससे पहले बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट में कहा था कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा नूपुर शर्मा के विरुद्ध लिए गए सख्त स्टैंड और अपने भड़काऊ बयान से देश को हिंसक माहौल में झोंकने के लिए उनसे माफी मांगने का निर्देश उन सभी के लिए जरूरी सबक है जो देश को साम्प्रदायिकता की आग में झोंक कर अपनी राजनीति चमका रहे हैं। मायावती ने दिल्ली पुलिस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नफरती भाषण के लिए नूपुर शर्मा के विरुद्ध एफआईआर होने के बावजूद पुलिस द्वारा उनके प्रति निष्क्रिय रवैये का भी मा. कोर्ट द्वारा संज्ञान लेने से संभव है कि आगे इस प्रकार की प्रवृति पर थोड़ा रोक लगे।टकार के बाद बोले अखिलेश यादव, सिर्फ मुख को नहीं शरीर को भी माफी मांगनी चाहिए’