उत्तर प्रदेश : हर किसी को ये रिमझिम बारिश और तेज़ हवाओं मौसम बड़ा अच्छा लगता है. लेकिन मानसून का ये मौसम अपने साथ सभी के लिए ढेरों खुशियाँ और मस्ती के साथ कई बीमारियों को भी लाता है. इस सीजन में सर्दी, फ्लू, और संक्रमण जैसे अनेकों स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा भी बढ़ जाता है.

ऐसे में स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए मौसमी फलों और सब्जियों के साथ-साथ आप कुछ घरेलू उपायों के जरिए भी स्वास्थ्य को बेहतर रख सकते हैं. भारत में, नीम हमेशा से पारंपरिक चिकित्सा पद्धति का हिस्सा रही है. हम सभी जानते हैं नीम एंटीसेप्टिक और एंटी-वायरल गुणों से भरा हुआ है जो घावों को ठीक करने के साथ ही यह रक्त से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद भी करता है.

इम्यूनिटी बढ़ाने में सहायक:

नीम के पत्ते एंटीऑक्सिडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-वायरल और एंटीसेप्टिक गुणों से भरपूर होते हैं. ये कारक शरीर में फ्री रैडिकल डैमेज को रोकने में मदद करते हैं, और आगे प्रतिरक्षा स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं.

आंत के स्वास्थ्य को मिलता है बढ़ावा :

नीम फाइबर का एक समृद्ध स्रोत है. नीम का नियमित सेवन पाचन और मल त्याग को बढ़ावा देने में मदद करता है. यह आंत को साफ करता है और आंतों में अतिरिक्त बैक्टीरिया को भी नष्ट करता है.

दिल को स्वस्थ रखने में सहायक :

अध्ययनों से पता चला है कि नीम के पत्ते का नियमित सेवन शरीर में कोलेस्ट्रॉल को मैनेज करने में मदद कर सकता है. इसके अलावा यह रक्तचाप में तत्काल कमी को बढ़ावा देने के लिए भी जाना जाता है.

( डिस्क्लेमर : दी गई खबर सामान्य ज्ञान पर आधारित है. इसका उद्देश्य केवल लोगों को स्वास्थ्य को लेकर जागरूक करना है. किसी निष्कर्ष पर पहुँचने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श ज़रूर ले.)

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