लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी के सबसे अहम् नेता रामवीर उपाध्याय का निधन हो गया। 25 सालो तक राजनीती में अपने पैर जमाए हुए थे। नेता रामवीर उपाध्याय को उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का बहुत ही ख़ास कहा माना जाता था, इन्होने राजनीती में शुरुवात 1996 से की थी, और चार बार विधायक भी रह चुके है। 2 बार हाथरस से फिर सिकंदरा राऊ व सादाबाद के रहे उसके बाद इन्होने लखनऊ में आगमन किया। और अपने साथ साथ अपने परिवार को भी राजनीती में लाए।
रामवीर उपाध्याय ने अपनी पत्नी सीमा उपाध्याय को बसपा से फतेहपुर सीकरी लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ाया और सपा के राज बब्बर को हराकर पत्नी को सांसद बनाया था। उन पर भाई भतीजावाद के आरोप भी लगते रहे। जानकारी के मुताबिक उनको 2019 चुनाव के बाद बसपा ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया था। फिर यह बीजेपी में शामिल हो गए थे।
निधन से कुछ महीने पहले बसपा के छोड़ने के बाद भाजपा पार्टी से जुड़ने के बाद बहुजन समाज पार्टी ने इस दिग्गज नेता को शायद भुला दिया है। लेकिन बसपा में कई बार विधायक और मंत्री बने रहे रामवीर उपाध्याय के निधन पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शोक जताया है।