उत्तर प्रदेश : इलाहाबाद विवि में छात्रसंघ बहाली और विश्वविद्यालय की फीस में 400% की बढ़ोत्तरी के विरोध में आमरण अनशन पर बैठे छात्रों ने विवि परिसर में ‘छात्र जन आक्रोश मार्च’ निकला। जिसके बाद विपक्षी पार्टियों ने बीजेपी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने ट्विटर अकाउंट से एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा की, भाजपा सरकार से किसी को कोई उम्मीद नहीं है।
छात्रसंघ लोकतंत्र की प्राइमरी होते हैं।
इलाहाबाद विवि में छात्रसंघ बहाली की मांग हेतु 783 दिनों से क्रमिक अनशन व 400% फीस वृद्धि के विरोध में 7 दिनों से बैठे छात्र आमरण अनशन के समर्थन में विवि परिसर में निकाला गया ‘छात्र जन आक्रोश मार्च’ भाजपा सरकार से नाउम्मीदगी का प्रतीक है। pic.twitter.com/K366QDBIWt
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 13, 2022
उन्होंने लिखा की, छात्रसंघ लोकतंत्र की प्राइमरी होते हैं। इलाहाबाद विवि में छात्रसंघ बहाली की मांग हेतु 783 दिनों से क्रमिक अनशन व 400% फीस वृद्धि के विरोध में 7 दिनों से बैठे छात्र आमरण अनशन के समर्थन में विवि परिसर में निकाला गया ‘छात्र जन आक्रोश मार्च’ भाजपा सरकार से नाउम्मीदगी का प्रतीक है।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय की फीस 400% बढ़ाना BJP सरकार की युवा विरोधी नीति को जाहिर करता है।
शिक्षा पर सबका अधिकार हो, सबके लिए सुलभ हो, सरकारों को ऐसा काम करना चाहिए। लेकिन पूंजीपतियों की सरकार को यह समझ नहीं आएगा।
फीस बढ़ाने का फैसला गलत है, छात्रों की मांग माननी चाहिए।
— Congress (@INCIndia) September 13, 2022
वहीं कांग्रेस ने ट्वीट करते हुए कहा, BJP युवा विरोधी और पूंजीपतियों की सरकार सरकार है। कांग्रेस ने अपने ट्वीट में लिखा की, इलाहाबाद विश्वविद्यालय की फीस 400% बढ़ाना BJP सरकार की युवा विरोधी नीति को जाहिर करता है। शिक्षा पर सबका अधिकार हो, सबके लिए सुलभ हो, सरकारों को ऐसा काम करना चाहिए। लेकिन पूंजीपतियों की सरकार को यह समझ नहीं आएगा। फीस बढ़ाने का फैसला गलत है, छात्रों की मांग माननी चाहिए।