नवरात्री का आरम्भ 26 सितम्बर से हो रहा है इन नौ दिनों में माता घर में आगमन करती है ।इन नौ दिनों में मंदिर घरऔर हर जगह माता की पूजा की जाती है नवरात्री के नौ दिन इतने शुभ माने जाते है और इतनी ऊर्जा आती है की, माता के नौ दिन के व्रत कब संपन्न हो जाते है। इसका आभास तक नहीं होता है है। इसमें सात्विक भोजन किया जाता है। बतादे इन नौ दिनों में प्याज और लहसुन का सेवन नहीं किया जाता है ।कनवरात्रीभी आपने जानने की कोशिश की है कि ऐसा क्यों होता है।
प्याज़ और लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए
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बतादे हिंदु पुराणों में बताई गई कथा मुताबिक, जब देवता और असुरों के बीच सागर मंथन हो रहा था तो उसमें 9 रत्न निकले थे और आखिरी में अमृत निकला था। इसके बाद भगवान विष्णु ने मोहिनी का रूप धारण कर लिया था और सभी देवताओ को अमृत पीला दिया जिसमे राहु केतु ने देवताओ का रूप धारण कर लिया और अमृत पी लिया। इस बात का आभास भगवान विष्णु को हो गया और अपने चक्र से राहु केतु का सिर काट दिया जिसकी बूंदे धरती पर गिरी और प्याज़ लहसुन के रूप में बदल गयी इसी कारण लहसुन और प्याज़ में गंध आती है।