धर्म कर्म : हिन्दू रीति रिवाज़ो में करवा चौथ के व्रत का अधिक महत्व होता है। विवाहित महिलाओं के लिए ये व्रत बहुत ही खास होता है। करवा चौथ में महिलाएं पूरा दिन निर्जला व्रत रखती है। और रात में चाँद निकलने पर चाँद की पूजा करके अर्ध दिया जाता है। जिसके बाद महिलाये जल पीकर व्रत खोलती है। करवा चौथ का व्रत महिलाएँ दांम्पत्य जीवन में सुख शांति के लिए रखती है।यह व्रत हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है.
लेकिन इस बार करवा चौथ की दो तारीखों की वजह लोगो को यह समझने में दिक्कत हो रही है की करवा चौथ किस दिन मनाये तो आपको बता दे की इस साल कार्तिक कृष्ण चतुर्थी 13 अक्टूबर को रात 1 बजकर 59 मिनट पर प्रारंभ होगी और 14 अक्टूबर को देर रात 03 बजकर 08 मिनट पर समाप्त होगी. उदिया तिथि के कारण व्रत 13 अक्टूबर को रखा जायेगा।