Lucknow : इतने जप तप पूजा पाठ यज्ञ होने पर भी देवता खुश क्यों नहीं हो रहे, इसका वास्तविक कारण बताने वाले, बाहरी जड़ पूजा से आत्मा को फायदा नहीं मिलता तो फिर जीवात्मा को मुक्ति मोक्ष कैसे मिलेगा, यह बात विश्वविख्यात बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी, महापुरुष सन्त सतगुरु दुःखहर्ता उज्जैन वाले बाबा उमाकांत जी महाराज ने चौपाल सागर हरदोई में आयोजित एक दिवसीय अपने सतसंग कार्यक्रम में कही और लोक परलोक दोनों बनाने का तरीका बताया।
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घर-परिवार में किसी भी तरह की मुसीबत बीमारियों में आराम मिलने का तरीका जयगुरुदेव नामध्वनी बताने के साथ-साथ आत्मा के कल्याण, जीते जी मुक्ति मोक्ष प्राप्त करने, देवी-देवताओं के दर्शन, आकाशवाणी ब्रह्म वाणी सुनने का, बंधनों से मुक्ति का सीधा सरल रास्ता नाम दानगुरु दीक्षा दिया।
महाराज जी ने बताया कि कलयुग में मुक्ति मोक्ष पाना बहुत आसान है लेकिन मनुष्य को मुक्ति मोक्ष प्राप्त करने के लिए समय के सन्त सतगुरु की ख़ोज करनी चाहिए और उनसे नाम दान लेकर उनके बताए हुए रास्ते पर चलकर प्रभु की प्राप्ति की जा सकती है। महाराज जी का सतसंग सुनने के लिए जहाँ बाबा जयगुरुदेव संगत के हजारों अनुनायियो ने भाग लिया वही अधिक संख्या में क्षेत्रीय लोग भी सामिल हुए ।