लखनऊ : मोहनलालगंज इलाके के मऊ गांव मे डेगूं से युवक की हुयी मौत के तीसरे दिन तेज बुखार की चपेट में आकर बीते बीस दिनो लोहिया अस्पताल में भर्ती नौंवी की छात्रा ने इलाज के दौरान बीते रविवार की देर रात दम तोड दिया।मृतक छात्रा का शव घर पहुंचा तो कोहराम मच गया।
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मोहनलालगंज के मऊ गांव के चिकमंडी मोहल्ले में रहने वाले मजदूर शत्रोहन ने बताया बेटी रीतिका(15वर्ष) को बीस दिन पहले तेज बुखार आया ओर शरीर में ऎठन की शिकायत हुयी तो सीएचसी में दिखाया गया लेकिन आराम नही मिला, हालत बिगड़ने पर इलाज के लिये ,9नवम्बर को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया था,वहा भी हालत में सुधार ना होने पर दस दिन पहले लोहिया अस्पताल रिफर कर दिया जहां बेटी की हालत सुधारने की बजाय ओर बिगड़ती चली गयी ओर रविवार की देर रात इलाज के दौरान बेटी रितिका ने दम तोड़ दिया।सोमवार की सुबह मृतक छात्रा का शव घर पहुंचा तो कोहराम मच गया।पिता शत्रोहन व मां रीता समेत चारो बहने शव से लिपटकर बिलख पड़ी।
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परिजनो ने बताया मृतक छात्रा रीतिका मोहनलालगंज कस्बे में स्थित काशीश्वर इंटर कालेज में कक्षा नौ में पढती थी।उसकी मौत की खबर कालेज पहुंची तो शिक्षको समेत साथी छात्र-छात्राये घर पहुंची ओर परिवार को सांत्वना दी।हालाकि छात्रा की मौत के बाद मोहल्ले के लोग दहशत में आ गये।वही लोगो ने स्वास्थ विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुये डेगूं प्रभावित मोहल्ले में कुछ एक घरो को छोड़कर बाकी घरो में जांच व दवाये ना वितरित करने का आरोप लगाया।सीएचसी अधीक्षक डा०अशोक कुमार ने बताया लोहिया अस्पताल में हुयी जांचो में छात्रा रितिका के टीवी की बीमारी से ग्रसित होने की पुष्टि हुयी थी,जिसके चलते उसे मस्तिष्क ज्वार हुआ था,इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी।