लखनऊ: राष्ट्रीय राजधानी का पॉल्यूशन लेवल कम होता नहीं दिख रहा है। लगातार धुंध से दिल्लीवासी परेशान हैं। खासतौर पर सांस और अस्थमा के मरीजों को काफी दिक्कत हो रही है। राजधानी में कई जगह एक्यूआई 400 से ज्यादा है, जो गंभीर श्रेणी में आता है। दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण लगातार बना हुआ है। फिलहाल इससे राहत मिलती दिखाई नहीं दे रही है। दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के आसमाना में धुंध छाई हुई है। राष्ट्रीय राजधानी में औसतन वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) बेहद खराब कैटेगरी में बना हुआ है।
दिल्ली के कई इलाकों में प्रदूषण से हालत ‘गंभीर’
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण लगातार बना हुआ है। फिलहाल इससे राहत मिलती दिखाई नहीं दे रही है। दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के आसमाना में धुंध छाई हुई है। राष्ट्रीय राजधानी में औसतन वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) बेहद खराब कैटेगरी में बना हुआ है।
वहीं दिल्ली शहर के कई इलाकों का AQI बहुत खराब से अब गंभीर कैटेगरी में पहुंच गया है। केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली के कई इलाकों का AQI आज यानी 4 दिसंबर को 400 के पार है। वहीं, आने वाले दिनों में स्मॉग का खतरा भी बढ़ता दिखाई दे रहा है। दिल्ली के आसमान में आज (रविवार) सुबह के समय धुंध छाई है। वहीं, हवाओं की रफ्तार के सुस्त पड़ने से कोहरा भी देखने को मिल रहा है।
बहुत खराब और गंभीर दिल्ली की हवा
केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अनुसार बीती रात करीब 10 बजे आनंद विहार स्टेशन पर AQI 410 दर्ज किया गया, जो कि गंभीर श्रेणी में आता है। वहीं, राष्ट्रीय राजधानी का औसतन वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी AQI 370 दर्ज किया गया, जो कि बहुत खराब कैटेगरी में है।
जानिए AQI की गुणवत्ता कब होती है खराब?
शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच को ‘संतोषजनक’, 101 से 200 को ‘मध्यम’, 201 से 300 को ‘खराब’, 301 से 400 को ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच एक्यूआई को ‘गंभीर’ माना जाता है।
दिल्ली के मौसम की जानकारी
वहीं, मौसम की बात करें तो राष्ट्रीय राजधानी में आज (रविवार), 4 दिसंबर को अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस ही बने रहने का अनुमान है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, दिल्ली में बीते कई दिनों से न्यूनतम तापमान मौसम के औसत से एक डिग्री कम दर्ज किया जा रहा है।