लखनऊ ।मोहनलालगंज तहसील क्षेत्र की ग्राम पंचायतों में सरकारी जमीनो पर निजी प्लाटिंग कम्पियों द्वारा अवैध कब्जा किये जाने के मामले महज इस लिए थमने का नही ले रहे है क्यो की शिकायतो पर कार्यवाही की बजाय राजस्वकर्मी अवैध कब्जो को बचाने में ज्यादा रूचि दिखा रहे है,मोहनलालगंज के भावाखेड़ा गांव में सरकारी चकमार्ग पर एक निजी प्लाटिगं कम्पनी द्वारा कब्जा कर प्लाटिगं में मिलने की प्रधान समेत ग्रामीणो की एसडीएम से शिकायत के चार दिन बाद भी चकमार्ग से अवैध कब्जा नही हट सका।जिसको लेकर ग्रामीणो में आक्रोश व्याप्त है।तहसील अफसरो की कार्यशैली से नाराज प्रधान समेत ग्रामीण पूरे मामले की सीएम समेत जिलाधिकारी से शिकायत कर कार्यवाही की मांग करेगें।
उपजिलाधिकारी हनुमान प्रसाद मौर्य से बीते गुरूवार को भावाखेड़ा प्रधान अवधेश कुमार समेत कई दर्जन ग्रामीणो ने शिकायत करते हुये बताया था उनके गांव में स्थित सरकारी चकमार्ग जिससे होकर किसान अपने खेतो को जाते थे उस पर पदमजा इन्फ्रा बिल्ड प्राइवेट लिमिटेड ने अवैध कब्जा कर अपनी साइड में मिला लिया है जिसके चलते किसानो को अपने खेतो में आने जाने में काफी दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा है।जिसके बाद एसडीएम ने पूरे मामले में राजस्व निरीक्षक व लेखपाल को मौके पर जाकर जांच कर सरकारी चकमार्ग से अवैध कब्जा हटाने के निर्देश भी दिये थे।प्रधान का आरोप है शिकायत के चार दिन बाद भी प्लाटिगं कम्पनी के कब्जे से सरकारी चकमार्ग को नही खाली कराया जा सका।जिसको लेकर ग्रामीणो में आक्रोश व्याप्त है।हालाकि पूरे मामले में तहसीलदार आनन्द तिवारी से कार्यवाही ना किये जाने के बारे में पुछा गया तो उन्होने जानकारी ना होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया।हालाकि पूरे मामले में एसडीएम हनुमान प्रसाद मौर्य ने जांच के बाद कार्यवाही किये जाने की बात कही।
नहर पर कब्जाकर प्लाटिगं पर जाने के लिये बनायी पक्की पुलिया……
ग्रामीणो ने बताया उक्त प्लाटिगं कम्पनी के मालिक ने साइड पर जाने के लिये नहर पर कब्जाकर पक्की पुलिया का निर्माण करा लिया था,जिसकी सिचाई विभाग समेत उच्चाधिकारियों से शिकायत के बाद भी कोई कार्यवाही नही हो सकी,जिसके बाद अब प्लाटिंग कम्पनी के मालिक द्वारा अब चकमार्ग पर कब्जा कर प्लाटिगं में मिला लिया गया है।