लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बेख़ौफ़ अपराधियों का कहर जारी है । कानून व्यवस्था को लेकर योगी सरकार का दावा लगातार फेल होते नजर आ रहा है। आपको बता दे ताजा मामला प्रतापगढ़ जिले का है। जहा बुधवार रात बाइक पर सवार तीन लोगों को चेकिंग के नाम पर रोकने से नाराज ग्रामीणों ने दो सिपाहियों की पिटाई कर दी। ग्रामीणों ने सिपाहियों पर गांव की महिला से छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। मौके पर पहुंची पुलिस फोर्स ने घायल सिपाहियों को अस्पताल में भर्ती कराया।
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हमलावर ग्रामीणों का आरोप है कि सिपाहियों ने एक महिला के साथ छेड़खानी की थी। हालांकि अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी सुरेंद्र द्विवेदी ने सभी आरोपों को नकारते हुए कहा कि बाइक पर सवार तीन लोगों को चेकिंग के नाम पर रोकने से नाराज ग्रामीणों ने दोनों सिपाहियों की पिटाई की है। हमला करने वालों की तलाश की जा रही है।
दरअसल, कोहंड़ौर थाना क्षेत्र के मदाफरपुर बाजार में बुधवार की रात करीब 9 बजे सिपाही रवि सिंह और राहुल कुमार गश्त पर थे। तभी बाइक पर सवार तीन लोगों को सिपाहियों ने रोका और पूछताछ शुरू की। लेकिन बाइक सवार सिपाहियों के साथ हाथापाई व धक्कामुक्की करने लगे। इसका वीडियो भी सामने आया है।
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आरोप है कि इसी दौरान लोगों ने सिपाहियों पर हमले किया और मदाफरपुर गांव की ओर भाग निकले। सिपाहियों ने उनका पीछा किया तो गांव वालों ने उन्हें घेरकर पीटा। सूचना के बाद एसओ कोहंड़ौर मौके पर पहुंचे तो किसी तरह से दोनों सिपाहियों की जान बची।
एक महिला ने आरोप लगाया कि दोनों सिपाही नशे में धुत थे और घर में घुसकर छेड़खानी कर रहे थे। शोर मचाने पर ग्रामीण जमा हो गए और सिपाहियों की पिटाई की गई। एएसपी पूर्वी सुरेंद्र द्विवेदी ने कहा कि दोनों सिपाहियों ने रमेश तिवारी नाम के शख्स को रोका था। सिपाहियों ने उन्हें एक साथ बाइक पर तीन लोगों के चलने पर को टोका तो उनके साथ अभद्रता करते हुए धक्का मुक्की की गई। छेड़खानी का आरोप गलत है। दो व्यक्तियों को हिरासत में पुलिस ने लिया है। पूरे मामले में दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।