लखनऊ : राजधानी लखनऊ में ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ताजा मामला लोक निर्माण विभाग से सामने आया है। जहाँ नौकरी दिलाने के नाम पर विभाग के बाबू जितेन्द्र कुमार राय ने बेरोजगार युवाओं से 18.40 लाख ठगी कर ली है। अब इस मामले में अमीनाबाद पुलिस ने जितेन्द्र कुमार राय को गिरफ्तार कर लिया गया है।
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इस मामले में उसके साथ इस मामले में पत्नी और साला को भी आरोपी बनाया गया है। आरोप है कि जितेन्द्र ने संविदा पर नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी की है। इसमें 8 लोगों से नौकरी दिलाने के नाम पर पैसा लिया गया है। इन आठ लोगों से कुल मिलकर 18 लाख 40 हजार रुपए लिए गए है।
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जानकारी के मुताबिक, आरोपी के खिलाफ एक साल पहले केस दर्ज हुआ था। लेकिन अच्छी पहुँच के चलते मामला दबा दिया गया था। वहीँ एक साल बाद एक बार फिर यह मामला सामने आया है। इस मामले को देख रहे पुलिस अधिकारी कृष्ण वीर सिंह ने बताया कि जितेंद्र गणेशगंज के मौजूदा समय पीडब्ल्यूडी में बतौर वरिष्ठ लिपिक पद पर तैनातम है। उसके खिलाफ कानपुर के खलासी लाइन निवासी गौरव सोनकर, मलिहाबाद के अखिलेश कुमार, बड़ा चांदगंज के मिथिलेश कुमार ने केस दर्ज कराया है। इन सभी से जितेंद्र ने संविदा पर नौकरी दिलाने का आश्वासन देते हुए प्रति व्यक्ति 80 हजार रुपए लिए थे।