लखनऊ : भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान (भाकृअनुप) में मंगलवार को इंडियन शुगर मिल असोसिएशन और भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में गन्ना खेती में यंत्रीकरण चुनौतियाँ व समाधान विषय पर आईआईएसआर में एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ कृषि लागत एवं मूल्य आयोग, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के डॉ. विजय पाल शर्मा ने दीप प्रज्वलित कर किया। उन्होंने गन्ना कटाई में सबसे अधिक श्रमिकों के प्रयोग होने के बावजूद किसानों को बुवाई पूर्व खेत की तैयारी से लेकर गन्ना कटाई तक की सभी कृषि क्रियाओं को यंत्रीकरण के सम्पूर्ण पैकेज देने तथा सहकारी समितियों तथा कृषक उत्पादक संघों के द्वारा इनका प्रचार-प्रसार करने, फार्म मशीनरी बैंक की स्थापना करने ए और कस्टम हायरिंग द्वारा कम लागत पर यंत्रीकरण के प्रयोग पर गन्ना किसानों की आय बढ़ाने पर जोर दिया।

ड्रिप प्रणाली अपनाय किसान:- श्री भूसरेड्डी:- 
अपर मुख्य सचिव, गन्ना एवं चीनी विभाग संजय आर. भूसरेड्डी ने उत्पादन भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान के योगदान की प्रशंसा करते हुए बताया कि वर्ष 2018-19 में प्रदेश में फार्म मशीनरी बैंक की स्थापना दो ट्रेश मल्चर तथा एक पेड़ी प्रबंधन यंत्र के साथ की गई थी परंतु आज प्रत्येक बैंक में 12-13 प्रकार की 33 मशीनें उपलब्ध है। श्री भूसरेड्डी ने उर्वरकों तथा कीटनाशी रसायनों पर होने वाले खर्च को बचाने के लिए सिंचाई की ड्रिप प्रणाली अपनाने के लिए गन्ना किसानों का आह्वान करते हुए प्रदेश में मेकेनिकल हार्वेस्टर द्वारा गन्ने की कटाई को प्रोत्साहन देने के लिए प्रचलित पर्ची प्रणाली को परिवर्तित करके क्लस्टर कटाई पर बल दिया।

इसके बाद अपर सचिव (शर्करा), खाद्य मंत्रालय, भारत सरकार ने चीनी उत्पादन के चक्रीय प्रकृति की चर्चा कि। श्री सिंह ने गन्ना किसानों की आय में वृद्धि हेतु गन्ना खेती में यंत्रीकरण की आवश्यकता बताई और उत्पादन लागत में कमी करने पर बल दिया। संस्थान के निदेशक डॉ आर विश्वनाथन ने संस्थान द्वारा विकसित गन्ने की खेती के यंत्रीकरण हेतु गन्ने की बुवाई, निराई-गुड़ाई, मिट्टी चढ़ाने का कार्य, कीटनाशकों का छिड़काव, कटाई एवं पेंडी प्रबंधन हेतु विभिन्न प्रकार के यंत्रों के विकास के बारे में चर्चा करते हुए गन्ना किसानों से इनको अपनाकर गन्ना खेती की लागत को कम करके आय में वृद्धि करने की सलाह दी।इस अवसर पर आदित्य झुनझुनवाला, अध्यक्ष, इंडियन शुगर मिल एसोसिएशन (इस्मा),आर.एल. टमक, अध्यक्ष, गन्ना एवं चीनी उप-समिति,एस. मोहंती, महानिदेशक सहित असोसिएशन के पदाधिकारीगण, कृषि यंत्रों के प्रमुख निर्माताओं व देश भर के गन्ना वैज्ञानिकों सहित देश के विभिन्न भागों से आए करीब 300 प्रतिनिधियों ने सहभागिता की ।

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