लखनऊ : यूपी के अलग-अलग शहरों में शुक्रवार शाम से रुक-रुककर बारिश हो रही है। मार्च के दूसरे सप्ताह में हुई बारिश और ओलावृष्टि से पहले की किसानो को भारी नुक्सान हो चुका है, और अब इस महीने के अंतिम सप्ताह में फिर से मौसम की मार ने उनकी बची हुई उम्मीद को भी खतम कर दिया। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते दो दिनों से प्रदेशभर में हो रही बारिश, ओलावृष्टि एवं तेज हवा ने फसलों को जबरदस्त नुकसान पहुंचाया है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बरसात और तेज हवाओं का यह दौर अभी इसी तरह जारी रहेगा।
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आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक तीन और चार अप्रैल को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तेज बरसात हो सकती है। आपको बता दें, इस बारिश से गेहूं, सरसों तथा सब्जियों की फसल को भारी नुकसान हुआ है। इस महीने के अंतिम सप्ताह में हुई बारिश के कारण 13 जिलों में फैली हुई आम की फसल को भी भरी नुकसान हुआ है।
जानकारों के मुताबिक, लगातार नमी बनने से आम की फसल पर खर्रा रोग का खतरा मंडरा रहा है। ऑल इंडिया मैंगो एंड फ्रूट्स डेवलेपर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष जुनैद फरीदी कहते है कि वातावरण में नमी बढ़ने से फलों और फूलों में एंथ्रेक्नोज के प्रकोप की समस्या बढ़ गई है। यह एक फफूंद जनित रोग है जिससे बौर और पत्तियां तक को नुकसान होता है। आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक, शनिवार दोपहर से मौसम सामान्य होने लगेगा। लेकिन रविवार को लखनऊ समेत प्रदेश में मौसम शुष्क रहने की संम्भावना है।