धर्म कर्म: साधना में आने वाली बाधाओं को हटाने वाले, पराये धन और परायी नारी से दूरी बनाये रखने की शिक्षा देने वाले, इस समय प्रभु के जगाये हुए नाम जयगुरुदेव का प्रचार विश्व में करने वाले, पूरे समरथ सन्त सतगुरु, परम दयालु, त्रिकालदर्शी, दुःखहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज जी ने नव वर्ष कार्यक्रम में उज्जैन आश्रम (म.प्र.) में दिए संदेश में बताया कि साधना में बड़ी रुकावट आती है। जैसे जैसे जीवात्मा आगे बढ़ती है तैसे रोक-टोक, काल और माया का प्रकोप शुरू हो जाता है।
लेकिन जो गुरु को मस्तक पर सवार रखता है तो बाधा डालने वाला काल भी राह बता देता है। जब खान-पान सही रहेगा, जब मांसाहारीयों का, बुरे लोगों का साथ नहीं करोगे तो भजन में भी तरक्की हो जाएगी। परधन और परजन (दूसरे की औरत) से बचो। आंखों में आंखें मिलाओ ही नहीं। वक्त के जयगुरुदेव नाम से, नाम ध्वनि से लोगों को फायदा मिल रहा है। आप भी एक बार परीक्षा लेकर देख सकते हो।