लखनऊ: मां ने अपने बच्चों के लिए खाना बनाने के लिए चूल्हा जलाया और उसी चूल्हे से भड़की आग की चिंगारी ने झोपड़ी को अपनी चपेट में ले लिया। जिससे उसके अंदर मौजूद भाई-बहन की ज़िंदा जल कर मौत हो गई। मामला हरपालपुर थाने के मखाईपुरवा का बताया गया है। शुक्रवार की सुबह हुए इस दर्दनाक हादसे से इलाके में कोहराम मचा हुआ है।
बताया गया है कि मखाईपुरवा निवासी तेजराम पत्नी और बच्चों के साथ एक झोपड़ी में रहता है। शुक्रवार की सुबह उसकी पत्नी ने अपने बच्चों के लिए खाना बनाने के लिए चूल्हा जलाया था। चूल्हा जलाने के बाद वह शौच के लिए चली गई। झोपड़ी में उसकी 5 वर्षीय बेटी नन्ही और 3 वर्षीय बेटा ज्ञानेन्द्र मौजूद था। इसी बीच चूल्हे से भड़की आग की चिंगारी ने झोपड़ी को अपने आगोश में ले लिया। जिससे झोपड़ी धूं-धूं कर जलने लगी। उसके अंदर कौन है,इसका किसी को ध्यान नहीं रहा।
उधर आग की ऊंची-ऊंची लपटें देख कर शौच के लिए गई तेजराम की पत्नी ने जब शोर मचाया तो गांव वाले दौड़ पड़े। लेकिन उससे पहले बहन नन्ही और भाई ज्ञानेन्द्र की ज़िंदा जल कर मौत हो चुकी थी। गांव वालों ने कड़ी मशक्कत कर किसी तरह आग पर काबू पाया। इस तरह का दर्दनाक हादसा होने से इलाके के लोगों में हड़कंप मचा हुआ है। बताते हैं कि तेजराम के पांच बच्चे थे। वह मेहनत-मज़दूरी कर किसी तरह अपने बच्चों का पेट पाल रहा था। इस हादसे ने उसका बहुत कुछ छीन लिया।