धर्म-कर्म: जीते जी मुक्ति मोक्ष प्राप्त करने का पांच नामों वाला मार्ग नामदान देने के एकमात्र अधिकारी, प्रभु के नाम जयगुरुदेव के प्रचारक, नाम ध्वनि के रूप में कर्मों को काटने का इतना आसान उपाय जिसे कोई भी कभी भी कैसे भी कर के अपनी किसी भी तरह की परेशानी में आराम पा सकता है- ऐसा सरल उपाय बताने वाले, इस समय के पूरे समरथ सन्त सतगुरु, त्रिकालदर्शी, दुःखहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने बताया की, लोगों के कर्म जब बन जाते हैं तो कर्मों की सजा मिलती है। बीमारी के रूप में, टेंशन, रुपया पैसा बरकत न होना, निंदा अपमान आदि के रूप में यह सजा मिलती है। तो कर्म काटने के लिए बराबर आदत डालो। जहां भी रहो जयगुरुदेव नाम की ध्वनि अंदर में बोलते रहो तो भी कोई दिक्कत नहीं।

जयगुरुदेव नाम ध्वनि बोल कर घर से निकलो:-

घर से निकले, ध्वनि बोल करके निकले। ट्रेन, बस में बैठे हो, कोई काम नहीं है, ग्राहक नहीं आया, दफ्तर में कोई काम नहीं है, आंख बंद किया जयगुरुदेव नाम की ध्वनि ही बोलने लग गए। तो भी ये मन को रोक देता है। जहां भी ध्यान लगाओगे तो बराबर याद कर लो। जयगुरुदेव नाम अन्य लोगों को भी बता सकते हो। रिश्तेदार, मिलने-जुलने वाले, बच्चों! साथ में पढ़ने वाले विद्यार्थी हो, दुकानदार ग्राहक साथी पड़ोसी मित्र, कोई भी हो, आपका संबंध है, उसको भी बता सकते हो।

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