धर्म-कर्म : बाबा जयगुरुदेव संगत उप्र द्वारा लखनऊ के शहीदपथ पर आयोजित दो दिवसीय सतसंग एवं नामदान के आध्यात्मिक समागम में बाबा उमाकान्त जी महाराज ने भक्तों को सतसंग सुनाते हुए बताया कि समय की कीमत होती है। जो वक़्त की कीमत नहीं लगाता वो बाद में परेशान होता है। इसलिए कहा गया है कि वक़्त के डॉक्टर, वक्त के मास्टर और वक्त के गुरु की ज़रूरत होती है। और वक़्त के गुरु उस वक्त का नाम बताते है जैसे इस समय पर जयगुरुदेव नाम है। जैसे पहले राम नाम,कृष्ण नाम, नानक ये सब उनके समय के नाम हुए वैसे ही इस वक्त का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव है जो तकलीफ़ और मुसीबत में मददगार है। बाबा जयगुरुदेव संगत द्वारा आयोजित साधु-संत समाज के सम्मान समारोह में लखनऊ के अनेक धर्म प्रमुख शामिल हुए जिसमे विशेष रूप से अंतराष्ट्रीय महामंडलेश्वर बाबा महादेव श्री कृष्ण जन्म भूमि, सिक्ख समाज से ज्ञानी गुरुदेव सिंह , डॉ राजेन्द्र योगी समेत अनेक महानुभाव शामिल हुए ।
बाबा उमाकान्त जी महाराज ने बताया कि उस परमात्मा ने केवल मनुष्य बनाया। उस प्रभु ने केवल मानव धर्म बनाया जिसमे सत्य, अहिंसा, सेवा और परोपकार है। ये जातिवाद, क्षेत्रवाद, एरियावाद ये सब मनुष्य ने बनाया है, और ये भी सत्य है कि शरीर की मुक्ति श्मशान में हो जाती है लेकिन आत्मा की मुक्ति तब होगी जब ये जहाँ से आई है वहाँ पहुँचा दिया जाए। महाराज जी ने अपने संदेश में बताया कि जितने भी सन्त-महात्मा, अवतार और महापुरुष आये सबने यही कहा कि खानपान और चरित्र को शुद्ध रखो, लेकिन आज लोग धर्म से दूर हो गए है। प्रकृति के प्रतिकूल काम कर रहे है इसलिए वो मनुष्य को सज़ा दे रही है। अतः अब एक विशेष अभियान चलाने की ज़रूरत है।अच्छे काम के लिए सब लोगों को मिलकर काम करने की ज़रूरत है। राम,कृष्ण,नानक के उपदेशों को सुनाया जाए जिससे चरित्रहीनता ख़त्म हो। इस दो दिवसीय आध्यात्मिक मानव कुंभ में भारत के सबसे बड़े लोकतंत्र सेनानी(मीसा बंदियों) का सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा जिसमे हज़ारों की संख्या में लोकतंत्र सेनानी शिरकत करेंगे।
पत्रकारों का विशेष सम्मान:-
बाबा उमाकान्त जी महाराज के सानिध्य में लखनऊ के समस्त पत्रकार बंधुओं का सम्मान समारोह आयोजित किया गया जिसमें बाबा जयगुरुदेव संगत द्वारा सभी का सम्मान रजत पदक द्वारा किया गया। महाराज जी ने समस्त पत्रकार समाज से अपील करी की आप जनकल्याण, आत्मकल्याण और देश कल्याण के लिए लोगों में जनजागरण करें। मांसाहार,शराब और नशे से युवा पीढ़ी को बचाने के लिए उनका मार्गदर्शन करें और स्वयं भी इन बुद्धिनाशक तत्वों से दूर रहे। समस्त पत्रकार समाज द्वारा बाबा उमाकान्त जी महाराज देश और दुनियां में चलाए जा रहे शाकाहार,सदाचार और नशामुक्ति अभियान की सराहना कर उनके मिशन में सहयोग देने की बात कही गई।