धर्म-कर्म : सब तरह की जानकारी अपने सतसंग के माध्यम से कराने वाले, पूरे समरथ सन्त सतगुरु, परम दयालु, त्रिकालदर्शी, दुःखहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकांत जी महाराज ने बताया की लोकतंत्र सेनानी अपने लिए नहीं लोकतंत्र की रक्षा के लिए जेल गए थे, लेकिन आज घर-घर में जो तकलीफें बीमारियां शारीरिक मानसिक कष्ट लड़ाई-झगड़ा वैमनस्यता फ़ैल रही है, प्रभु से विश्वास ख़त्म हो रहा है जब तक ये तकलीफें दूर नहीं होंगी, ईश्वरवादिता खुदपरस्ती नहीं आएगी, तब तक सच्चा लोकतंत्र नहीं आएगा।
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इसलिए ऐसी व्यववस्था बनाई जाए कि जनता लोकतंत्र को समझे। इतना ही नहीं महाराज जी द्वारा सरकारों से ये भी प्रार्थना की गई कि इस तरह से व्यवस्थाओं का निर्माण हो कि देश की युवापीढ़ी के चरित्र को बचाया जा सके, चरित्रहीनता नशाखोरी की आदतों को ख़त्म किया जा सके। लोग एक विचारधारा के हो जाये, और हर अच्छे काम में हम आपका सहयोग करने के लिए तैयार है। सतसंग में महाराज जी ने बताया कि ये जयगुरुदेव नाम, उस भगवान प्रभु का जगाया हुआ पूरी ताकत वाला नाम है। दु:ख, तकलीफ बीमारी संकट में जयगुरुदेव बोलने से आपकी मदद होगी। आप ये सभी को बता दो।