लखनऊ: योगी सरकार के तमाम कोशिशों के बाद भी उत्तर प्रदेश में अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा एक तरफ योगी आदित्यनाथ बताते हैं की उनकी सरकार में महिलायें सुरक्षित है, वंही दूसरी तरफ आरोपियों ने महिला सिपाही की वर्दी फाड़ दी और बीच-बचाव कर रहे दूसरे पुलिसकर्मियों को भी पीटा। महिला सिपाही की शिकायत पर पारा थाने में पांचों आरोपियों पर मामला दर्ज किया गया है। अयोध्या की महिला सिपाही अंतिमा पाण्डेय पारा थाने में तैनात हैं। बीती 24 जून को काशीराम कॉलोनी पिंक बूथ पर वह ड्यूटी पर थीं।
इस बीच दोपहर में वह हंसखेड़ा पुलिस चौकी से पानी लेने गई तो वहां डूडा कालोनी नरपत खेड़ा निवासी अनीता, पति शिवशंकर, बेटे संदीप और गोविंद आदि मौजूद थे। चौकी में सिपाही उदयभान और दीवान अरविंद कुमार भी थे। अंतिमा ने बताया कि सभी आरोपियों की वहां मौजूद दोनों सिपाहियों से कहासुनी के बाद हाथापाई होने लगी। वह दोनों सिपाहियों को बचाने पहुंची तो आरोपियों ने उसकी वर्दी फाड़ दी और दुपट्टे से उसका गला कस दिया। उसका मोबाइल भी फर्श पर पटक दिया। किसी तरह सिपाही उदय भान और दीवान अरविंद कुमार ने आरोपी संदीप और गोविंद को काबू कर थाने ले गए।
इस बीच एक शख्स चौकी आया और खुद को सीएम आवास में नियुक्ति होने बात कह उसने अंतिमा से बदसुलूकी की। इसके बाद महिला सिपाही ने पारा थाने में लिखित शिकायत देते हुए पांच नामजद समेत तीन अज्ञात लोगों पर दर्ज की रिपोर्ट कराई है। पारा प्रभारी निरीक्षक श्रीकांत राय ने बताया कि पुलिसकर्मियों ने आरोपितों को पूछताछ के लिए हंसखेड़ा चौकी पर बुलाया था। जहां वह पुलिसकर्मियों से अभद्रता करने लगे। फिलहाल महिला सिपाही की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।