लखनऊ: बिकरू कांड का मुख्य आरोपी विकास दुबे हो या फिर अजीत सिंह हत्याकांड का मुख्य अभियुक्त डॉक्टर उर्फ गिरधारी शर्मा। उत्तर प्रदेश पुलिस ने किसी भी गिरफ्तार नहीं किया बल्कि उसे ठोंक दिया। यूपी सरकार की ठोंको नीति से घबराए पूर्वांचल के जौनपुर जिले के रहने वाले माफिया धनंजय सिंह ने MP/MLA कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। बताते चलें कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अब किसी भी माफिया को बख्शने के मूड में नहीं है। कई माफिया का घर जमींदोज हो चुका है और कई पुलिस की गोली से अपनी जान गंवा बैठे हैं। गुरुवार को पुलिस ने उनके ऊपर 25000 रुपये का इनाम घोषित किया था। वहीं विपक्षियों का आरोप है कि यूपी पुलिस की गोली किसी ठाकुर का सीना नहीं भेद सकती।
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अजीत हत्याकांड में फरार अरोपी धनंजय के चार ठिकानों पर पुलिस ने दबिश दी थी लेकिन वह नहीं मिले। इनाम की घोषणा होने के बाद पुलिस ने धनंजय की तलाश तेज कर दी। कहा जा रहा है कि धनंजय को पकड़े जाने का डर सता रहा था। धनंजय ने गुपचुप तरीके से अपने वकील के जरिए प्रयागराज की MP-MLA कोर्ट में शुक्रवार को सरेंडर कर दिया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। कुछ लोगों का कहना है कि धनंजय को डर सता रहा था कि अगर वह UP POLICE के हत्थे चढ़ा तो उसका एनकाउंटर हो सकता है इसलिए उसने कोर्ट में सरेंडर कर दिया।