लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले की पुलिस एक बार फिर सवालों के घेरे में है. ताजा मामला सचेंडी थाना क्षेत्र का है, जहां गम्भीर रूप से घायल एक रेप आरोपी को पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराने की बजाय जेल भेज दिया, जहां युवक की मौत हो गई. आरोपी की मौत के बाद तनाव को देखते हुए मृतक के गांव में पुलिस तैनात कर दी गयी है. बता दें आरोपी को ग्रामीणों ने पीट कर पुलिस के हवाले किया था.
घटना सचेंडी थाना क्षेत्र के एक गांव की है. आरोप है कि यहां रहने वाले 35 साल के युवक सुबोध बाजपेई पर छात्रा के साथ रेप करने का आरोप है. जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार रात खेत से लौट रही बीए सेकेन्ड इयर की छात्रा को सुबोध बाजपेई ने दबोच लिया और नशे की हालत में उसने युवती से अश्लील हरकतें कीं. आरोप है कि वह युवती का मुंह दबा कर उसे खेत में खींच ले गया और जान से मारने की धमकी देकर उसके साथ रेप किया.
ग्रामीणों ने पिटाई के बाद किया था पुलिस के हवाले :
पीड़िता ने घर पुहंच कर परिजनों से मामले की शिकायत की. परिजनों ने मामले की जानकारी पुलिस को देने के साथ ही आरोपी की तलाश शुरू कर दी. रात में आरोपी ग्रामीणों के हत्थे चढ़ गया. उन्होंने उसकी जमकर पिटाई की और घायल अवस्था में आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया गया. पुलिस ने आरोपी को मेडिकल के लिए कल्याणपुर स्थित सीएचसी अस्पताल भेजा, जिसके बाद उसे चौबेपुर में स्थित अस्थाई जेल भेज दिया गया.
परिजनों का यह है आरोप :
मृतक के परिजनों का कहना कि सुबोध गम्भीर रुप से घायल था जिसे अस्पताल में भर्ती कराने के बजाय पुलिस ने जेल भेज दिया. रिश्ते में मृतक के ससुर राम मिलन तिवारी ने कहा कि क्षेत्रीय बीजेपी विधायक के पीए का फोन आने के बाद घायल सुबोध की चोटों को नजरअंदाज कर उसे जेल भेजा गया. जहां गम्भीर घायल होने की वजह से इलाज के अभाव में उसकी मौत हो गयी.