लखनऊ: अल्पसंख्यक कांग्रेस द्वारा 1 से 6 सितंबर तक चलाया जा रहा ‘मेरा संविधान – मेरा स्वाभिमान’ अभियान आज समाप्त हो गया। इस दौरान संविधान में किसी भी तरह के छेड़छाड़ के खिलाफ़ 5 लाख से ज़्यादा हस्ताक्षर इकट्ठा किया गया। इन हस्ताक्षरों को ज्ञापन के माध्यम से मुख्य न्यायाधीश को भेजा जाएगा।
शाहनवाज़ आलम ने कांग्रेस मुख्यालय से जारी बयान में बताया कि मस्जिदों, स्कूलों, कॉलेजों, कचहरियों, दलित बहुल बस्तियों, क़स्बाई बाज़ारों के बाद अंतिम दिन आज दलित और मुस्लिम मिश्रित मुहल्लों में संविधान की प्रस्तावना को सस्वर पढ़ कर लोगों को हर क़ीमत पर संविधान बचाने का संकल्प दिलवाया गया। उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान देश को धर्म और जाति के आधार पर बाँटने और संविधान को कमज़ोर करने की भाजपा सरकार की कोशिशों के खिलाफ़ भारी जन आक्रोश दिखा।
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि 2024 का चुनाव संविधान समर्थकों और संविधान विरोधियों के बीच होगा। संविधान समर्थक पार्टियां इंडिया गठबंधन में होंगी और संविधान विरोधी दल एनडीए में होंगे। देश कांग्रेस की सरकार बनाकर संविधान की रक्षा करेगा। जिसमें सबसे ज़्यादा रोल दलित और मुस्लिम समुदाय का होगा जो अकेले उत्तर प्रदेश में 41 प्रतिशत हैं।
उन्होंने बताया कि ‘आपकी पार्टी- आपके गांव’ कार्यक्रम के तहत 1500 मुस्लिम बहुल गाँवों तक पहुँचने, दलित बहुल मुहल्लों की 3 हज़ार चाय की दुकानों पर संविधान चर्चा करने, 7 लाख दलित परिवारों तक ‘जय जवाहर – जय भीम’ अभियान के तहत सीधे संपर्क करने के बाद ‘मेरा संविधान मेरा स्वाभिमान’ अभियान से 5 लाख दलितों और मुस्लिमों तक पहुँचने के लक्ष्य को हासिल कर यूपी अल्पसंख्यक कांग्रेस पूरे प्रदेश में कांग्रेस के पक्ष में माहौल बना रही है।