लखनऊ। मोहनलालगंज कस्बे में बीते कई सालो से बारिश के मौसम में होने वाले जलभराव के पानी की निकासी के लिये स्थानीय नगर पंचायत प्रशासन द्वारा कोई भी पुख्ता इन्तजाम ना किये जाने से हर साल बारिश के मौसम में हालत बद से बदत्तर हो जाते है,बीते रविवार की देर रात हुयी तेज बारिश से कोतवाली,तहसील,डाकघर परिसरो में जलभराव होने के चलते सोमवार की सुबह तालाब जैसे हालत हो गये,तीनो सरकारी भवनो में काम करने वाले अधिकारियों,कर्मचारियों सहित अधिवक्ताओ व यहा काम से आने वाले लोगो को परिसर में भरे बारिश के पानी से होकर कार्यालयों में जाना पड़ा ।
कालेबीर बाबा मंदिर परिसर में बारिश का पानी भरा होने से यहा प्रतिदिन आने वाले सैकड़ो श्रद्धालुओ को काफी दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा है।नगर पंचायत के कर्मचारी पंम्पिग सेट लगाकर तहसील व कोतवाली,डाकघर में भरे बारिश के पानी को सुबह से शाम तक बाहर निकालने में जुटे रहे।कस्बे में हाइवे के किनारे बने नाले चोक होने से एक पटरी पर पानी भर गया जिसके चलते सड़क भी तालाब बन गयी। नगर पंचायत के मऊ व गौरा गांवो में तालाब लबालब भरने से रास्तो से जलमग्न हो गयें। जिसके चलते ग्रामीणो को काफी दिक्कतो का सामना करना पड़ा,लेकिन शिकायत के बाद भी रास्तो पर भरे बारिश के पानी की निकासी की कोई व्यवस्था देर शाम तक नही की गयी।जिसको लेकर ग्रामीणो में आक्रोश व्याप्त है।
एसडीएम ने दर्जनो गांवो का भ्रमण कर बारिश से नुकसान का जायजा..
एसडीएम हनुमान प्रसाद मौर्य पूरे दिन क्षेत्र में सरकारी अमले के साथ भ्रमण पर रहे ओर मोहनलालगंज,निगोहां, धनवारा,गनियार,जबरौली,सलेमपुर अचाका,कनेरी,मदापुर,फत्तेखेड़ा, बिन्दौवा समेत दर्जनो गांवो में पहुंचकर बारिश से हुये नुकसान का जायजा लिया, इस दौरान एसडीएम को सलेमपुर अचाका गांव में बने पशु आश्रय केन्द्र में गौवंशो के बारिश से बचाने के लिये प्रर्याप्त टीन शेड नही मिला, जिस पर उन्होने बीडीओ को फोन कर गौवंशो को बारिश से बचाने के लिये टीन शेड़ बढाये जाने के निर्देश दियें। गनियार गांव में निरीक्षण के दौरान रास्ते में पेड़ गिरने से बिजली का पोल टूटकर गिर देख एसडीएम ने मौके से एसडीओ को फोन कर टूटा पोल हटवाये जाने के निर्देश दियें, इसी गांव में मूसलाधार बारिश में मजदूर राममिलन का कच्चा अशियाना भरभराकर गिर गया, एसडीएम ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण के बाद क्षतिपूर्ति दिलाये जाने के लिये राजस्वकर्मी से रिपोट मांगी है। जबरौली के मजरा बरियारखेड़ा में मजदूर सरवन का कच्चा आशियाना भरभराकर गिर गया।
हाइवे के नाले चोक होने से सड़क बनी झील,दुकानो व मकानो में भरा पानी..
भीषण बारिश ने एनएचआई के मेंटिनेंस विभाग की पोल खोल दी, हाइवे के किनारे बने नालो की सफाई न होने से बारिश का पानी सड़क समेत दुकानो व घरो में घुस गया व्यापारियों को जलनिकासी के लिए दिनभर कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। कस्बे के पीड़ित प्रतीक शुक्ला, मुन्नन साहू सन्तोष शर्मा फूलचंद्र सोनी गोपाल सोनी सहित दो दर्जन मकानों में बरसात के पानी ने कहर बरपाया प्रतीक शुक्ला की बेसमेंट में पानी घुसने से कंप्यूटर व कागजात पूरी तरह से भीग गये इसके बाद आनन फानन टुल्लू पम्प मंगा कर बेसमेंट में घुसे पानी को घण्टो निकालते रहे हाइवे इस तरह से डूबा हुआ था कि बड़े वाहनों के निकलने पर हाइवे पर भरा पानी उफान भरकर तेजी से घरों में प्रवेश कर रहा था। अचानक हुई भीषण बरसात के कहर से नीची सतह वाले खेत पूरी तरह से जलमग्न होने से धान की फसल डूब गई जिससे किसान भी काफी चिंतित हैं।