लखनऊ :  उत्तर प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या पर उनकी डिग्री को लेकर तीखा हमला बोला है | आलम ने कहा कि केशव की डिग्री अमान्य है इसलिए उनकी भाषा अपने पद की गरिमा के अनुरूप नहीं है। उनपर तो त्योहारों  पर चंदे की फर्जी रसीद छपवा कर वसूली करने तक का घिनौना मुकदमा दर्ज रहा है। इसलिए उन्हें कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय पर अनर्गल टिप्पणी करने के लिए माफी मांगनी चाहिए।

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शाहनवाज़ आलम ने कहा कि RTI कार्यकर्ता और भाजपा नेता दिवाकर त्रिपाठी ने 2021 में प्रयागराज ज़िला कोर्ट में दी गई अर्जी में आरोप लगाया था कि वर्ष 2007 में शहर के पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से केशव प्रसाद मौर्य ने विधानसभा का चुनाव लड़ा। जिसमें उन्होंने अपने शैक्षणिक प्रमाण पत्र में हिंदी साहित्य सम्मेलन द्वारा जारी प्रथम और द्वितीया की डिग्री लगाई है, जोकि प्रदेश सरकार या किसी बोर्ड द्वारा मान्यता प्राप्त नहीं है। इन्हीं अमान्य डिग्रियों के आधार पर केशव प्रसाद मौर्य ने इंडियन ऑयल कारपोरेशन से पेट्रोल पंप भी प्राप्त किया है। इस मुकदमें में अभी तक सुनवाई चल रही है।

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उन्होंने आगे कहा कि, 22 सितंबर 2008 को कौशांबी के मोहब्बतपुर पइंसा थाने में थाना प्रभारी चंद्रशेखर प्रसाद द्वारा दर्ज किए गए एक अन्य मुकदमें में केशव प्रसाद मौर्या पर दुर्गा पूजा का फ़र्जी पैड छपवाकर अवैध वसूली का आरोप था। जिसमें मौर्य पर 420, 467 और 468 धारा के तहत मुकदमा कायम हुआ था। इस मुकदमें में उन्हें न्यायिक प्रक्रिया में निर्दोष पाए जाने पर क्लीन चिट नहीं मिली है बल्कि 2020 में योगी सरकार ने जनहित बताकर मुकदमा ही वापस ले लिया था। शाहनवाज़ आलम ने कहा कि, केशव प्रसाद मौर्या को दूसरे दलों के नेताओं पर टिप्पणी करने के बजाए योगी सरकार में अपने मौर्या समाज की बदहाली और आरक्षण खत्म किए जाने पर आवाज़ उठानी चाहिए।

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