उत्तर प्रदेश में आम जनता ही नहीं अब प्रदेश की रक्षा करने वाली पुलिस भी सुरक्षित नहीं है. ऐसा ही मामला अब के प्रयागराज से आया है जहाँ एक दरोगा ने दलित महिला के साथ चलती कार में रेप किया. आरोपी दरोगा ने इस वारदात का वीडियो भी बनाया और फिर ब्लैकमेल कर बार बार महिला के साथ दुष्कर्म को अंजाम दिया. वहीं जब पीड़िता ने इसका विरोध किया तो आरोपी दरोगा और उसके तीन साथी पुलिसकर्मियों ने महिला को जेल भेजने और जान से मारने की धमकी दी. पीड़िता की शिकायत पर आरोपी दरोगा और उसके तीनों साथियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर इन्हें तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है.
जानकारी के मुताबिक यह मामला प्रयागराज के गंगापार के सराय ममरेज थाना क्षेत्र का है. महिला का आरोप है कि यह वारदात जंघई चौकी प्रभारी ने अंजाम दिया है. पुलिस कमिश्नर प्रयागराज ने मुकदमा दर्ज करने के आदेश के साथ ही मामले की जांच एसीपी हंडिया सुधीर कुमार को सौंपी है. वहीं मामले की जांच शुरू करते हुए एसीपी ने बताया कि जंघई चौकी प्रभारी सुधीर कुमार पांडेय पर रेप का आरोप है. महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि दरोगा ने 21 सितंबर की रात को चलती कार में उसके साथ वारदात को अंजाम दिया था.
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गौरतलब है कि अभी तक इस मामले में दरोगा की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. बता दें कि कुछ दिन पहले पीड़ित महिला ने सराय ममरेज थाने में कुछ मनचलों के खिलाफ शिकायत दी थी. आरोप लगाया था कि ये लड़के उसे परेशान करते हैं और विरोध करने पर जान से मारने की धमकी देते है. मामले की जांच जंघई चौकी प्रभारी कर रहे थे. इसी क्रम में चौकी प्रभारी ने 21 सितंबर को महिला को बुलाया और मनचलों की गिरफ्तारी के बहाने उसे अपनी गाड़ी में बैठा कर भदोही ले गए.
रास्ते में दरोगा ने महिला को नशीला पेय पिला कर चलती कार में दुष्कर्म को अंजाम दिया. पीड़िता ने बताया कि वापस लौटते वक्त अश्लील हरकत करते समय दरोगा की कार दुर्गागंज में अनियंत्रित होकर गड्ढे में चली गई थी. पीड़ित महिला की शिकायत पर पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने जंघई चौकी इंचार्ज सुधीर पांडेय के अलावा एक अन्य दरोगा व आरक्षी के खिलाफ मामला दर्ज कर इन्हें सस्पेंड किया है. इनके खिलाफ विभागीय जांच की जिम्मेदारी एसीपी हंडिया को सौंपी गई है.