यूपी: देश में आगामी होने वाले विधानसभा चुनाव से पूर्व आयोजित किए गए संसद के विशेष सत्र के दौरान भारतीय जनता पार्टी के सांसद रमेश विधूड़ी के द्वारा बसपा सांसद दानिश अली पर विवादित टिप्पणी अब एक नया रंग ले रही है। बता दें कि जहां भारतीय जनता पार्टी ने नोटिस के जरिए अपने सांसद से जवाब मांगा वहीँ, पार्टी के दूसरे नेता दानिश अली के आचरण पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।
बता दें कि बसपा प्रमुख मायावती और उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल में मामला प्रकाश में आने पर अपने सांसद के समर्थन में तुरंत ‘x’ पर अपनी आवाज बुलंद की इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रदेश अजय राय से दानिश अली का मिलन अब सुर्खियां बन रही है। वही अब बसपा के आला पदाधिकारी ने चुप्पी साध ली है क्योंकि संसद में अमर्यादित टिप्पणी के तुरंत बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दानिश अली की आवास पर जाकर मुलाकात की थी और वही BSP को दानिश अली का राहुल गांधी और अजय राय से गले मिलना रास नहीं आ रहा है।
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बता दें कि बसपा सांसद दानिश अली पर जिस तरह की भारतीय जनता पार्टी के सांसद रमेश बिधूड़ी के द्वारा मुस्लिम समाज को लेकर टिप्पणी की गई थी ऐसे में राजनीतिक पार्टियों अपना सियासी फायदा उठाने में नहीं चूक रही है। खासकर कांग्रेस का ‘मोहब्बत की दुकान’ के नाम से इस मुद्दे को लपकना बसपा को असहज कर रहा है| जबकि वहीं कुछ राजनीति के रणनीतिकार इसे मुस्लिम कार्ड चलने का दांव बता रहे हैं तो वहीं बसपा पूर्णरूप से दानिश अली के बयानबाजी पर अपनी पूर्ण नजर बनाए हुए हैं।
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश का एक अहम रोल है| वहीं, कुछ रणनीतिकारों का मानना है कि कांग्रेस पश्चिमी उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले दानिश को अपने पाले में लाने की कोशिश है| दानिश मुस्लिम समाज का बड़ा चेहरा है। वही मुस्लिम वोट पर अपना अपना एक अधिकार जताने वाली सपा को दानिश के बहाने कांग्रेस एक बड़ा संदेश देने की कोशिश में हैं।