UP New Vidhan Bhavan:दिल्ली में नई संसद के बाद अब उत्तर प्रदेश में नए विधान भवन के निर्माण की कवायद तेज हो गई है. योगी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल में इस अहम परियोजना को पूरा करना चाहती है. इसको लेकर लगातार बैठकें हो रही हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, रविवार शाम को मुख्यमंत्री के सामने नए विधान भवन की संभावनाओं को लेकर शासन के उच्च अधिकारियों ने प्रेजेंटेशन दिया. नए विधान भवन का निर्माण कम से कम दो सौ एकड़ के क्षेत्रफल में किए जाने का प्रस्ताव है. देश की नई संसद की तर्ज पर प्रदेश का विधान भवन भी भव्य और अत्याधुनिक सुविधाओं से संपन्न होगा.
सूबे के मुखिया योगी आदित्यानाथ ने राजधानी में दारुलशफा व आसपास के क्षेत्रों को मिलाकर नया विधानभवन बनाने के प्रस्ताव को अस्वीकार किया है. दारुलशफा व उसके आसपास के क्षेत्रों को मिलाकर विधानभवन बनाने के प्रस्ताव में यातायात समेत कई तरह की समस्याओं का जिक्र किया गया. योगी आदित्यनाथ ने एलडीए को शहर से सटे व खुले स्थानों पर जमीन तलाशने को कहा. साथ ही निर्देश दिया है कि ऐसे स्थान पर जमीन देखी जाए, जहां पार्किंग, सुगम यातायात समेत अन्य सुविधा मुहैया कराने में कोई अड़चन न आए.
सीएम ने खुले स्थान पर दिया जमीन तलाशने का निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुले स्थान पर जमीन तलाशने का निर्देश दिया, जहां पार्किंग और सुगम यातायात में किसी तरह की दिक्कत न आए. जमीन चिह्नित करने की जिम्मेदारी लखनऊ विकास प्राधिकरण को सौंपी गई है. नए विधान भवन के लिए चिड़ियाघर की जमीन पर भी विचार किया जा रहा है. यह जमीन शहर के बीच और पुराने विधान भवन के साथ ही मुख्यमंत्री के सरकारी आवास के भी पास है.