यूपी: बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कांग्रेस और भाजपा पर जातीय जनगणना, ओबीसी और महिला आरक्षण को विधानसभा चुनाव में आरोप लगाते हुए बड़ा हमला बोला है. मायावती ने कहा कि दोनों ही दल मंहगाई, गरीबी, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से जूझ रही जनता की तकलीफों से बेपरवाह है. उन्होंने कहा कि ये पार्टियां अपनी नाकामयाबियों को छुपाने के लिए विधानसभा आमचुनाव में तरह- तरह के लुभावने वादे कर रही हैं, असल में ये सब छलावा हैं और अब यह जनता सब समझ चुकी हैं.
शनिवार को दोपहर में मायावती ने ‘X’ पर एक के बाद एक तीन पोस्ट किए. पहले पोस्ट में उन्होंने लिखा कि,’ साल के अंत में कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सत्ताधारी कांग्रेस व भाजपा के किस्म- किस्म के लुभावने वादे कर रही हैं जो चुनाव को सीधी तौर पर प्रभावित कर रही. उन्होंने कहा
कि जो वादे अब किए जा रहे हैं वे पहले समय रहते क्यों नहीं लागू किए गए? इस प्रकार घोषणाओं में गंभीरता कम व छलावा ज्यादा.’
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उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा, देश की जनता मंहगाई, गरीबी, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार की मार से त्रस्त हैं.किन्तु कांग्रेस व भाजपा दोनों जातीय गणना, ओबीसी व महिला आरक्षण को चुनाव में भुनाने में लगी हैं ताकि अपनी विफलताओं में पर्दा डाल सके. लेकिन जनता इसे छलावा मानकर अब और इनके बहकावे में नहीं आने वाली हैं.
1. अगले विधानसभा आमचुनाव से पहले सत्ताधारी कांग्रेस व भाजपा द्वारा किस्म-किस्म के लुभावने वादे किए जाने से चुनावी माहौल प्रभावित हो रहा है, किन्तु प्रश्न यह है कि जो वादे अब किए जा रहे हैं वे पहले समय रहते क्यों नहीं लागू किए गए? इस प्रकार घोषणाओं में गंभीरता कम व छलावा ज्यादा।
— Mayawati (@Mayawati) October 7, 2023
वहीँ, अपने अंतिम ट्वीट में उन्होंने कहा कि, कांग्रेस केवल विधानसभा चुनाव के लिए शिगूफा फेंक रही हैं, यदि उनको इनती ही चिंता होती कि जिसकी जितनी हिस्सेदारी उसकी उतनी भागेदारी तो केंद्र की सत्ता में रहते हुए किया होता. अगर नहीं किया तो, फिर इनपर विश्वास कैसे? जबकि बीएसपी ने पार्टी व सरकार में इस सामाजिक न्याय को लागू करके दिखाया.